✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में अनेक जड़ी-बूटियों का उल्लेख किया गया है, जिनमें से एक प्रमुख जड़ी-बूटी शतावरी है। इसे औषधीय गुणों के लिए सदियों से इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसे सतावर, रेसमोसस, और तावरी जैसे कई नामों से जाना जाता है। शतावरी का उपयोग विशेष रूप से यौन स्वास्थ्य, प्रजनन क्षमता बढ़ाने, और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, यह मधुमेह, पाचन, वजन प्रबंधन और हृदय स्वास्थ्य जैसे कई रोगों में भी लाभकारी है।
मधुमेह में शतावरी के फायदे
मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए शतावरी एक वरदान की तरह है।
इसमें विटामिन बी6 होता है, जो रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करता है।
इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इंसुलिन के स्तर को सुधारने में सहायक होते हैं।
मधुमेह के लक्षणों को कम करने के लिए शतावरी का नियमित सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है।
पाचन तंत्र के लिए लाभकारी
शतावरी में दही की तरह प्रोबायोटिक गुण होते हैं, जो पाचन को मजबूत करते हैं।
यह पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करता है।
इसमें मौजूद फाइबर कब्ज की समस्या को दूर रखता है।
पाचन तंत्र को सुधारने के लिए शतावरी चूर्ण का सेवन करें।
वजन घटाने में सहायक
यदि आप वजन कम करना चाहते हैं, तो शतावरी को अपने आहार में शामिल करें।
इसमें उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो भूख को नियंत्रित करता है और वजन घटाने में मदद करता है।
फाइबर की अधिकता से बार-बार भूख लगने की समस्या कम होती है।
हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
हृदय शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, और इसे स्वस्थ रखने के लिए शतावरी का उपयोग लाभकारी है।
यह होमोसिस्टीन के स्तर को कम करता है, जो हृदय रोग और स्ट्रोक की संभावना को बढ़ा सकता है।
नियमित उपयोग से हृदय संबंधी समस्याओं को कम किया जा सकता है।
यौन स्वास्थ्य में शतावरी के विशेष लाभ
वीर्य की कमी की समस्या में 5-10 ग्राम शतावरी को घी के साथ सेवन करने से वीर्य की वृद्धि होती है।
स्वप्न दोष को ठीक करने के लिए ताजी शतावरी की जड़ का चूर्ण मिश्री के साथ मिलाकर दूध में लेने से लाभ मिलता है।
शतावरी का सही उपयोग कैसे करें?
शतावरी के फायदे तभी मिलते हैं जब इसका चूर्ण सही तरीके से बनाया और सेवन किया जाए।
शतावरी चूर्ण का सुबह-शाम दूध के साथ सेवन करें।
मधुमेह, पाचन, या वजन प्रबंधन के लिए इसे आहार का हिस्सा बनाएं।
शतावरी न केवल एक औषधीय जड़ी-बूटी है, बल्कि इसे नियमित रूप से अपने जीवन में शामिल करने से आप कई शारीरिक और मानसिक समस्याओं से बच सकते हैं। आयुर्वेद की यह चमत्कारी जड़ी-बूटी आपको संपूर्ण स्वास्थ्य का वरदान दे सकती है।