जयपुर: राजस्थान में एकल पट्टा प्रकरण की पत्रावली गुम होने का मामला फिर से सुर्खियों में आ गया है। इस मामले को लेकर अशोक नगर थाने में एक नई एफआईआर दर्ज कराई गई है। बताया जा रहा है कि 2013 में शासन सचिवालय से संबंधित पत्रावली गुम हो गई थी, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पहले ही दर्ज कराई जा चुकी थी। अब इस मामले में कई संगीन आरोप सामने आ रहे हैं।
अशोक नगर थाने में एफआईआर दर्ज
एकल पट्टा प्रकरण जांच समिति के सचिव रवि शर्मा ने इस मामले में अशोक नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। एफआईआर में शहरी विकास और आवास (UDH) विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर मिथ्या व कूटरचना का आरोप लगाया गया है। आरोप है कि इन कर्मचारियों ने पत्रावली को जानबूझकर गुम किया और इसके बाद गुमशुदगी दर्ज करवाई।

राजस्थान: एकल पट्टा प्रकरण की पत्रावली गुम होने पर FIR दर्ज, RTI कार्यकर्ता बोले – मुख्य आरोपी पूर्व मंत्री शांति धारीवाल
RTI कार्यकर्ता के आरोप: शांति धारीवाल मुख्य आरोपी
इस मामले में आरटीआई कार्यकर्ता अशोक पाठक ने सीधे तौर पर पूर्व मंत्री शांति धारीवाल पर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि यह पूरा षड्यंत्र शांति धारीवाल को बचाने के लिए रचा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि धारीवाल के गिरोह ने अशोक नगर थाने में मिलीभगत कर इस गुमशुदगी को कूटरचना के जरिए दर्ज कराया।
कूटरचना के आरोप
आरटीआई कार्यकर्ता का कहना है कि नगरीय विकास विभाग के सचिवालय से गुम हुई पत्रावलियों को लेकर थाने के परिवाद रजिस्टर में गलत तरीके से जानकारी दर्ज करवाई गई। यह भी आरोप लगाया गया है कि इस प्रक्रिया में धारीवाल को बचाने के लिए उनके करीबी लोगों ने पूरा षड्यंत्र रचा।
आर.एस. राठौड़ समिति की जांच में खुलासा
राजस्थान उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश आर.एस. राठौड़ की अध्यक्षता में बनी जांच समिति ने इस प्रकरण में कूटरचना के आरोपों को सही पाया है। समिति की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि पत्रावली को जानबूझकर गायब किया गया और गुमशुदगी की रिपोर्ट एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा थी।
एफआईआर में संगीन आरोप
एफआईआर के अनुसार, यह मामला केवल पत्रावली गुम होने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें सरकारी दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ और धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। रवि शर्मा ने अपनी शिकायत में स्पष्ट किया है कि इस मामले में शामिल लोगों ने अपनी जिम्मेदारियों का दुरुपयोग किया और प्रकरण को दबाने का प्रयास किया।
थानाधिकारी उमेश बेनीवाल कर रहे जांच
इस पूरे मामले की जांच अशोक नगर थाने के थानाधिकारी उमेश बेनीवाल कर रहे हैं। पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बाद अब आरोपों की गहन जांच शुरू कर दी है। वहीं, इस मामले में कई बड़े नामों के सामने आने की संभावना है।
शांति धारीवाल की भूमिका पर सवाल
आरटीआई कार्यकर्ता अशोक पाठक ने सीधे तौर पर शांति धारीवाल को इस घोटाले का मास्टरमाइंड बताया है। उनका कहना है कि धारीवाल ने अपनी राजनीतिक शक्ति का दुरुपयोग करते हुए न केवल पत्रावली गायब करवाई, बल्कि इस पूरी घटना को दबाने के लिए कूटरचना का सहारा लिया।
घोटाले से जुड़ी अहम बातें
- 2013 में शासन सचिवालय से गुम हुई थी एकल पट्टा प्रकरण की पत्रावली।
- UDH विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर पत्रावली गुम करने और कूटरचना करने का आरोप।
- पूर्व मंत्री शांति धारीवाल पर मुख्य साजिशकर्ता होने का आरोप।
- आर.एस. राठौड़ समिति की जांच में कूटरचना के तथ्य सामने आए।
- एफआईआर में गंभीर आरोप, पुलिस कर रही गहन जांच।