लखनऊ: बांग्लादेश के सिराज और उसकी प्रेमिका हलीमा की प्रेम कहानी ने उस समय नया मोड़ लिया, जब वे चोरी-छिपे भारत आ गए और पिछले 12 सालों से अलीगढ़ में छद्म पहचान के साथ रह रहे थे। रविवार को यूपी ATS ने इस प्रेमी जोड़े को गिरफ्तार कर उनकी अवैध घुसपैठ और फर्जी दस्तावेजों की सच्चाई का पर्दाफाश किया।
12 साल पुरानी कहानी
सिराज, जो बांग्लादेश के ढाका का निवासी है, 2012 में मोहल्ले की युवती हलीमा से प्यार कर बैठा। परिवार और समाज की रुकावटों से बचने के लिए दोनों ने भारत में भागने का फैसला किया। सिराज के दोस्त पप्पू ने उन्हें अलीगढ़ में रहने के लिए किराए का मकान दिलाया। यहीं सिराज ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे आधार कार्ड, पैन कार्ड और भारतीय पासपोर्ट बनवाए।
कैसे हुआ खुलासा?
यूपी ATS ने अलीगढ़ रेलवे स्टेशन के पास सिराज और हलीमा को गिरफ्तार किया। जांच के दौरान इनके पास से भारतीय पहचान पत्र, सऊदी अरब का कार्ड और पासपोर्ट बरामद हुआ। पूछताछ में सिराज ने स्वीकार किया कि उसने फर्जी दस्तावेजों की मदद से न केवल भारत में पहचान बनाई, बल्कि सऊदी अरब, दुबई, और बांग्लादेश जैसे देशों की यात्रा भी की।
ग्रेटर प्लान: ग्रीस जाने की तैयारी
सिराज ने बताया कि वह ग्रीस जाने की योजना बना रहा था और वीजा प्रक्रिया के लिए पुलिस वेरिफिकेशन के सिलसिले में अलीगढ़ आया हुआ था। इसी दौरान ATS ने उसकी गतिविधियों पर नजर रखी और उसे गिरफ्तार कर लिया।
फर्जी दस्तावेज और बड़ा नेटवर्क
ATS ने बताया कि सिराज के फर्जी दस्तावेज बनवाने और उसकी पहचान छिपाने में स्थानीय मददगार शामिल थे। पप्पू ने न केवल उसे मकान दिलाया बल्कि आधार कार्ड, पैन कार्ड और पासपोर्ट बनवाने में भी मदद की। यह मामला भारत में अवैध घुसपैठ और फर्जी दस्तावेजों की समस्या की गंभीरता को उजागर करता है।
ATS का बयान और कार्रवाई
ATS चीफ नीलाब्जा चौधरी ने कहा कि सिराज और हलीमा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। वहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है।
यह मामला न केवल अवैध घुसपैठ और फर्जी दस्तावेजों के जाल को सामने लाता है, बल्कि इस बात पर भी प्रकाश डालता है कि कैसे एक प्रेम कहानी ने कानून व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती पैदा की। अब सिराज और हलीमा पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी, और इस मामले से जुड़े अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है।