✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
अयोध्या। भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या आज एक ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनेगी। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के अवसर पर भव्य समारोह का आयोजन किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस शुभ अवसर पर रामलला का विशेष अभिषेक करेंगे।
देशभर के संतों और धर्माचार्यों का जुटान
इस भव्य आयोजन में देशभर से कई संत और धर्माचार्य अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं का विशेष ध्यान रखा गया है।
श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा अयोध्या धाम
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के अवसर पर श्रद्धालुओं का सैलाब अयोध्या पहुंच चुका है। उत्तर प्रदेश ही नहीं, देश के कोने-कोने से हजारों भक्त अयोध्या धाम में दर्शन और इस विशेष आयोजन में शामिल होने के लिए आए हैं।
मुख्यमंत्री करेंगे विशेष पूजा-अर्चना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह विशेष अभिषेक करेंगे, जिसमें वैदिक मंत्रोच्चार के साथ रामलला की पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके बाद संत और धर्माचार्य भव्य हवन-पूजन करेंगे, जिसमें भगवान राम के प्रति समर्पण और आस्था का प्रदर्शन किया जाएगा।
भव्य आयोजन की मुख्य झलकियां
1. विशेष अभिषेक और पूजा: वैदिक परंपरा के अनुसार भगवान रामलला का अभिषेक होगा।
2. धार्मिक संगोष्ठी: राम मंदिर आंदोलन से जुड़े संतों और धर्माचार्यों द्वारा अपने विचार रखे जाएंगे।
3. भक्तों के लिए भंडारा: विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है, जिसमें लाखों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करेंगे।
4. सांस्कृतिक कार्यक्रम: रामायण से जुड़े सांस्कृतिक और धार्मिक प्रस्तुतियां की जाएंगी।
सुरक्षा और व्यवस्था के कड़े इंतजाम
श्रद्धालुओं की भारी तादाद को देखते हुए अयोध्या में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और प्रशासन द्वारा ट्रैफिक नियंत्रण और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
राम मंदिर के निर्माण की झलकियां
राम मंदिर निर्माण तेजी से पूरा होने की ओर अग्रसर है। ट्रस्ट द्वारा इस अवसर पर राम मंदिर निर्माण की प्रगति पर एक रिपोर्ट भी प्रस्तुत की जाएगी, जिसमें मंदिर के उद्घाटन की संभावित तिथि की जानकारी साझा की जाएगी।
श्रद्धालुओं की भावनाएं
श्रद्धालुओं में इस आयोजन को लेकर अद्भुत उत्साह है। अयोध्या धाम में भक्ति का माहौल और रामलला की आराधना से श्रद्धालु भाव-विभोर हो रहे हैं।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का भी उत्सव है। अयोध्या आज पूरी दुनिया के लिए आस्था और भक्ति का केंद्र बन गई है।
