✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीतिक उपलब्धियों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि “आजादी के बाद यह पहली बार हुआ है कि दिल्ली-एनसीआर से सटे हर राज्य में भाजपा की सरकार है। राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे पड़ोसी राज्यों में हमारी सरकारें हैं, जो एक सुखद संयोग है।”
प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान न केवल भाजपा के लिए बल्कि भारतीय राजनीति के लिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह पहली बार है जब दिल्ली से सटे सभी राज्यों में भाजपा का शासन है, जिससे पार्टी को आने वाले चुनावों में एक मजबूत बढ़त मिलने की संभावना है।
दिल्ली-NCR में भाजपा का बढ़ता प्रभाव
दिल्ली-एनसीआर में भाजपा की स्थिति लगातार मजबूत हो रही है। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार है, हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर के बाद नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कमान संभाली है, जबकि राजस्थान में भंवरलाल शर्मा की अगुआई में भाजपा सरकार काम कर रही है।
राजनीतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव
प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान का सीधा असर आगामी लोकसभा चुनावों पर पड़ सकता है। भाजपा अब दिल्ली और आसपास के राज्यों में अपनी पकड़ और मजबूत करने की रणनीति बना रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह स्थिति भाजपा के लिए बेहद अनुकूल है। इससे पार्टी को केंद्र और राज्य सरकारों के बीच बेहतर समन्वय बनाने का अवसर मिलेगा, जिससे विकास योजनाओं को तेजी से लागू किया जा सकेगा।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया भी सामने आने लगी है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) ने इसे भाजपा की “राजनीतिक बढ़त” बताने की कोशिश करार दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा केवल सत्ता में रहने की बात कर रही है, लेकिन जनता की असली समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही।
आने वाले चुनावों पर असर
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि दिल्ली-एनसीआर में भाजपा की मजबूत स्थिति आगामी चुनावों में पार्टी को फायदा पहुंचा सकती है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा लगातार अपने विस्तार की रणनीति पर काम कर रही है, और आने वाले समय में इस क्षेत्र में पार्टी की पकड़ और मजबूत हो सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए भी उत्साहवर्धक है और आगामी चुनावों के लिए एक मजबूत संदेश देता है कि पार्टी देश के प्रमुख राजनीतिक केंद्रों में अपनी पकड़ बनाए रखने में सफल हो रही है।