✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
भीलवाड़ा, 14 फरवरी (शुक्रवार) – भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) भीलवाड़ा-प्रथम की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अजमेर विद्युत वितरण निगम, बनेड़ा के सहायक अभियंता और वाणिज्यिक सहायक प्रथम को 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह रिश्वत एक आयॅल मिल के विद्युत कनेक्शन जारी करने के बदले मांगी गई थी।
रिश्वत मांगने की यह थी पूरी साजिश
एसीबी सूत्रों के अनुसार, सरदार नगर निवासी उदयलाल तेली ने अपने तेल घाणे के लिए एमआईपी विद्युत कनेक्शन की मांग की थी। इस कनेक्शन के लिए डिमांड नोटिस जारी करने और फाइल को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने के एवज में सहायक अभियंता मुकेश बैरवा ने एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी। पहले ही चरण में उदयलाल से 20 हजार रुपये कार्यालय में ही ले लिए गए।
30 हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथों पकड़े गए अधिकारी
इसके बाद सहायक अभियंता ने आगे की प्रक्रिया पूरी करने के लिए 30 हजार रुपये और मांगे। उदयलाल ने इसकी शिकायत एसीबी में कर दी। योजना के तहत, जब उदयलाल 30 हजार रुपये लेकर सहायक अभियंता मुकेश बैरवा के पास पहुंचा, तो अभियंता ने यह रकम कार्यालय के वाणिज्यिक सहायक प्रथम विनोद कुमार को देने के लिए कहा।
डीडवाणा जिले के गाटवा निवासी विनोद कुमार पुत्र पोखरमल रैगर ने रिश्वत के 30 हजार रुपये अपने हाथ में लिए, नोटों को गिना और जेब में रख लिया। जैसे ही यह लेन-देन पूरा हुआ, परिवादी के इशारे पर एसीबी की टीम मौके पर पहुंची और विनोद कुमार को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके तुरंत बाद, सहायक अभियंता मुकेश बैरवा को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
भ्रष्टाचार पर एसीबी की कड़ी कार्रवाई
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अधिकारी इस पूरी कार्रवाई पर नजर बनाए हुए थे। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया कि विद्युत विभाग में इस प्रकार की रिश्वतखोरी आम बात हो गई थी, और उपभोक्ताओं को हर छोटे-बड़े काम के लिए रिश्वत देनी पड़ती थी।
आरोपियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
एसीबी अधिकारियों के अनुसार, दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। आगे की पूछताछ में और भी नाम सामने आ सकते हैं, जिससे विद्युत विभाग के अन्य भ्रष्ट अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता में रोष
इस खुलासे के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि बिजली कनेक्शन जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए भी रिश्वत ली जा रही है, जो बेहद शर्मनाक है। प्रशासन से मांग की जा रही है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच हो और अन्य भ्रष्ट कर्मचारियों को भी बेनकाब किया जाए।
(जांच जारी है, आगे के अपडेट के लिए जुड़े रहें…)