✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा

सोजत में मिलावटी और बार-बार इस्तेमाल किए गए तेल से बढ़ रहा हृदय रोग का खतरा
राजस्थान के सोजत शहर में मशहूर कचोरी-समोसे अब लोगों की सेहत के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। स्थानीय होटलों और ठेलों पर तले जा रहे इन खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल होने वाला बार-बार गर्म किया गया काला तेल दिल के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा कर रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे तेल में हानिकारक ट्रांस फैट की मात्रा बढ़ जाती है, जो हार्ट अटैक और अन्य हृदय संबंधी बीमारियों का कारण बन रहा है।
तेल में मिलावट और अधिक तापमान पर तलने से सेहत को बड़ा खतरा
सोजत के प्रसिद्ध कचोरी और समोसे का स्वाद हर किसी को लुभाता है, लेकिन अब यह स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो रहे हैं। स्थानीय डॉक्टरों के अनुसार, कई दुकानदार एक ही तेल को बार-बार गर्म करके उपयोग में लेते हैं, जिससे उसमें टॉक्सिक कंपाउंड्स विकसित हो जाते हैं। यह कंपाउंड्स रक्त वाहिकाओं को संकुचित करते हैं और शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ाते हैं, जिससे हृदयाघात (हार्ट अटैक) का खतरा बढ़ जाता है।
डॉक्टरों ने दी चेतावनी, कहा – काले तेल में तले खाद्य पदार्थों से बचें
सोजत के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश गुप्ता ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में हार्ट अटैक और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि खासकर 30 से 50 वर्ष की उम्र के लोगों में हृदय संबंधी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं, और इसका मुख्य कारण अस्वस्थ खानपान है।
“जो तेल कई बार इस्तेमाल किया जाता है, उसमें मौजूद ट्रांस फैट और फ्री रेडिकल्स शरीर के लिए ज़हर के समान होते हैं। यह न केवल हृदय बल्कि लिवर और पेट की बीमारियों को भी जन्म देते हैं। लोगों को चाहिए कि वे घर का बना ताजा खाना खाएं और अधिक तला-भुना खाने से परहेज करें।” – डॉ. शर्मा
प्रशासन और खाद्य विभाग की लापरवाही बनी समस्या का कारण
स्थानीय लोगों का कहना है कि सोजत में खाद्य सुरक्षा को लेकर प्रशासन की सतर्कता कम है। कई दुकानदार पुराना और मिलावटी तेल इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे लोगों की सेहत पर गंभीर असर पड़ रहा है। खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा समय-समय पर छापेमारी और जांच अभियान नहीं चलाने से यह समस्या और गंभीर हो गई है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह: ऐसे रखें अपना दिल स्वस्थ
- घर का बना ताजा भोजन करें – बाहर के तले-भुने खाने से बचें।
- एक ही तेल को बार-बार गर्म करके इस्तेमाल न करें – इससे हानिकारक ट्रांस फैट बढ़ता है।
- फास्ट फूड और डीप फ्राइड स्नैक्स से बचें – ये मोटापा और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ाते हैं।
- नियमित व्यायाम करें – शरीर को फिट रखने के लिए रोजाना 30 मिनट की वॉक जरूरी है।
- डॉक्टर से नियमित चेकअप कराएं – ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और शुगर लेवल की जांच कराते रहें।
निगरानी और सख्त कार्रवाई की जरूरत
सोजत के जागरूक नागरिकों ने प्रशासन से अपील की है कि मिलावटी और खराब तेल के इस्तेमाल पर रोक लगाई जाए। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो आने वाले समय में यह गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन सकती है।
आपका क्या कहना है? क्या प्रशासन को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए? अपने विचार कमेंट में साझा करें!