वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा के साथ अकरम खान कि रिपोर्ट।
पुणे के स्वर्गेट बस डिपो में 26 वर्षीय महिला के साथ हुए रेप मामले ने तूल पकड़ लिया है। विपक्ष इस घटना को लेकर आक्रोशित है और सड़कों पर उतर आया है। सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए विपक्ष ने चेतावनी दी है कि यदि आरोपी को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
सरकार और प्रशासन का एक्शन
इस मामले में महाराष्ट्र सरकार भी अब हरकत में आ गई है। परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने स्वर्गेट बस डिपो के सहायक परिवहन अधीक्षक और बस डिपो प्रबंधक के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, पुलिस ने आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे की फोटो जारी कर दी है और उसकी गिरफ्तारी में मदद करने वाले को 1 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है।
आरोपी की तलाश तेज, 13 टीमें तैनात
पुणे पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए अपनी खोजबीन तेज कर दी है। पुलिस की 13 टीमें—जिसमें क्राइम ब्रांच की 8 और स्वर्गेट पुलिस स्टेशन की 5 टीमें शामिल हैं—आरोपी की तलाश कर रही हैं। उसे पकड़ने के लिए जिले से बाहर भी अभियान चलाया जा रहा है।
आरोपी पर पहले से हैं आपराधिक मामले
पुलिस के मुताबिक, आरोपी दत्तात्रेय गाडे के खिलाफ पहले से ही चोरी, डकैती और चेन स्नैचिंग के आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। 2019 से वह एक अपराध में जमानत पर था, लेकिन अब एक और जघन्य अपराध को अंजाम देने के बाद से फरार है।
विपक्ष का आक्रोश, आंदोलन की चेतावनी
इस घटना को लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने इसे कानून व्यवस्था की नाकामी बताया और सख्त कार्रवाई की मांग की है। प्रदर्शनकारी जल्द से जल्द आरोपी की गिरफ्तारी चाहते हैं, वरना आंदोलन को और उग्र करने की चेतावनी दी गई है।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकनकर ने भी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने होंगे।