अजमेर से इमरान चिश्ती कि रिपोर्ट।
अजमेर की आनासागर झील के किनारे बने सेवन वंडर्स पार्क पर सुप्रीम कोर्ट का चाबुक चल गया है। नगर निगम ने सोमवार देर शाम पार्क को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा झील के वेटलैंड क्षेत्र को नुकसान पहुंचाने को लेकर सख्त रुख अपनाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश दिया था।
नगर निगम ने शुरू की तोड़फोड़ की कार्रवाई
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए जिला प्रशासन ने आनासागर झील के किनारे स्थित सेवन वंडर्स पार्क और फूड कोर्ट को हमेशा के लिए बंद कर दिया। कार्रवाई के दौरान नगर निगम की टीम ने एक बड़ी क्रेन मंगवाकर ढांचा तोड़ना शुरू किया।
आम लोगो मे नाराजगी
कोर्ट के आदेश के बाद नगर निगम द्वारा शुरू की इस कार्रवाई से अजमेर के आम शहरी भी दुखी और नाराज है लोगो का कहना है जब ये पार्क नियमो के विरुद्ध बनाया गया तो इसे बनाने कि परमीशन ही क्यो मिली ।और अब जब ये बन गया है और आम शहरवासियों के अलावा बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए भी घुमने और देखने के लिए मुख्य आकृषण के रूप मे सामने आया तो अब इसे हटाना दुर्भाग्यपुर्ण है,लेकिन कल शाम नगर निगम कि टीम जेसीबी मशीन कि सहायता से स्टेच्यू आफ लिबर्टी कि प्रतिमा को हटा कर अदालती आदेश कि पालना शुरू कर दी ।
पर्यटकों को निराशा
सेवन वंडर्स को देखने आए पर्यटक दिनभर इसके खुलने का इंतजार करते रहे, लेकिन प्रशासन ने इसे पूरी तरह से बंद कर दिया।
क्या था सेवन वंडर्स पार्क?
अजमेर के सेवन वंडर्स पार्क में मिश्र का पिरामिड, रोम का कोलोसियम, स्टैचू ऑफ लिबर्टी, पीसा की मीनार, एफिल टावर, क्राइस्ट द रिडीमर और ताजमहल के प्रतिरूप बनाए गए थे।
अधिकारियों का बयान
अतिरिक्त जिला कलेक्टर गजेंद्र सिंह ने कहा कि अजमेर नगर निगम और अजमेर विकास प्राधिकरण को सुप्रीम कोर्ट ने इस निर्माण को हटाने का आदेश दिया है। उन्होंने पुष्टि की कि सेवन वंडर्स पार्क के साथ-साथ फूड कोर्ट भी तोड़ा जाएगा।
