
बालोतरा: जोधपुर रोड़ पर सिद्धराज होटल के सामने व माँ की ढाणी होटल के पीछे, बालोतरा शहर और जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बीचोंबीच, एवं अन्य मार्गों के साथ-साथ कुछ दूसरे इलाकों में जिस्म फरोशी का धंधा तेजी से पैर पसार रहा है। होटल, कंफेक्शनरी, ढाबे और अन्य दुकानों की आड़ लेकर अनैतिक कार्यों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस अवैध गतिविधि के लिए एक विशेष गिरोह सक्रिय है, जो लंबे समय से इलाके में काम कर रहा है।
रिफाइनरी के बाद बढ़ी गतिविधियां
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह गोरखधंधा रिफाइनरी परियोजना के शुरू होने के बाद और अधिक बढ़ गया है। ये लोग पढ़ाई और अन्य कामकाज के लिए घर से बाहर आने वाली लड़कियों को बहला-फुसलाकर इस अनैतिक कार्य में धकेलने की योजना बनाते हैं। विशेष रूप से, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में विशेष रूम और केबिनों की व्यवस्था की गई है, जहां इन अवैध कार्यों को अंजाम दिया जाता है।
पुलिस पर उठ रहे सवाल
एक बोगस ग्राहक बनकर भेजे गए व्यक्ति ने बताया कि जब वह एक स्पा सेंटर पर गया, तो एंट्री फीस के नाम पर 1000 रुपए की मांग की गई। जब उसने पुलिस के डर की बात की, तो उसे बताया गया कि पुलिस को हर माह ‘मंथली’ भेजी जाती है और यदि कोई छापा पड़ता है, तो इसकी पूर्व सूचना पहले ही मिल जाती है। इतना ही नहीं, इस अवैध धंधे में कुछ तथाकथित पत्रकारों से भी सांठगांठ होने की बात कही गई।
शहर में रोष, समाजसेवी संगठनों की मांग
शहर में अनैतिक कार्यों के बढ़ते मामलों से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने आवारागर्दी और अनैतिक कार्यों को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की है। पहले भी शिकायतों के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की थी, लेकिन कार्रवाई केवल खानापूर्ति तक सीमित रह गई।
खानापूर्ति तक सीमित पुलिस की कार्रवाई
स्थानीय समाजसेवियों का कहना है कि जब भी किसी स्थान पर छापेमारी होती है, तो वह कार्रवाई केवल एक दिखावा मात्र होती है। अगले ही दिन फिर से उसी स्थान पर जिस्म फरोशी का धंधा शुरू हो जाता है। पुलिस सब कुछ जानते हुए भी अनदेखी कर रही है, जिससे इस अवैध कारोबार को और बढ़ावा मिल रहा है।
क्या होगी आगे की कार्रवाई?
जनता अब पुलिस प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रही है। यदि जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो समाज में इसका दुष्प्रभाव और अधिक गहरा सकता है। पुलिस प्रशासन को इस ओर सख्ती से ध्यान देने की जरूरत है ताकि इस तरह के अनैतिक कार्यों पर पूरी तरह रोक लगाई जा सके।