गौपुत्र सेना, दुर्गा वाहनी, विश्व हिन्दु परिषद, बजरंग दल ने सौंपा ज्ञापन

वरिष्ठ पत्रकार अब्दुल समद राही
सोजत। गोतस्करों को गोवंश के परिवहन की नियमों के विपरीत दी गई स्वीकृति की जांच करने बाबत राष्ट्रीय पति, प्रधानमंत्री, मुख़ंयमत्री, राज़्पाल,पशुपालन विभाग मंत्री, के नाम सोजत उपखंड अधिकारी को गौपुत्र सेना, दुर्गा वाहनी, विश्व हिन्दु परिषद, बजरंग दल ने ज्ञापन सौंपा ज्ञापन में बताया गया है कि 13.04.2025 को नागौर जिले से लगभग 388 बैलों को 52 ट्रक / पिकअप वाहनों के माध्यम से अवैध रूप से राज्य के बाहर महाराष्ट्र ले जाया जा रहा था। यह ट्रक नागौरी नस्ल सहित विभिन्न गोवंश से भरे हुए थे तथा ट्रक पुरी तरह से त्रिपाल से बंद किये हुए थे इस तस्करी की सूचना मिलने पर धेनु शक्ति संघ DSS, ग्वाल शक्ति सेना GSS व गोपाल परिवार संघ और GRCF, वागड़ बने वृन्दावन व अन्य सभी गो सेवा सगठनों, गौरक्षा दलों, गोसेवको द्वारा मध्यप्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों नीमच मंदसौर और रतलाम में उन्हें रोका गया। जब यह पता चला कि तस्कर नीमच के रास्ते तस्करी नहीं कर पा रहे हैं, तो उन ट्रकों को वापस राजस्थान में बांसवाड़ा जिले के माध्यम से निकालने का प्रयास किया गया। वहां भी पुलिस द्वारा दानपुर मध्यप्रदेश बोर्डर तक पुलिस संरक्षण में ट्रक ले जाये गए परन्तु बोर्डर पर मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया जिस कारण गौवंश से भरे हुए ट्रक वापस बाँसवाड़ा की ओर आने लगे जहा पर सभी गौ सेवा सगठनों व स्थानीय गौरक्षा कार्यकर्ताओं ने इन ट्रकों को रोकने का कार्य किया और तत्काल संबंधित थाने व जिला प्रशासन को सूचित किया। जिस पर पुलिस द्वारा गौ रक्षा में लगे कार्यकर्ताओं के विरोध को देखते हुए जिले की विभिन्न गौशालाओं में गौवंश को ट्रको से पहुंचाया जहाँ उन्हें ट्रक के तिरपाल को हटा कर उतारा गया तो सभी ट्रक में पशु क्रूरता की पराकाष्ठा हो अमानवीय तरीके से एक एक ट्रक में 10-12 गौवंश पशु ठूस-ठूस कर भरे हुए थे जिसमे दो बेल मृत अवस्था में पाए गए तथा अधिकांश घायल अवस्था में उतारे गए। ईलाज के दोरान एक बेल की तलवाडा गौशाला में मृत्यु हो गई है उक्त सभी ट्रक में गौवंश के भोजन-पानी लिए किसी भी तरह की कोई व्यवस्था नहीं थी। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए श्री लोकप्रिय पंबात पुत्र श्री भाग्यवान पंबात निवासी बांसवाड़ा सहित अन्य प्यूसेवकों ने लिखित शिकायत प्रस्तुत की। किंतु अत्यंत दुख का विषय है कि केवल दो ट्रकों पर ही एफआईआर संख्या 103/2025 दर्ज की गई, और बाकी 50 ट्रकों एवं 360 से अधिक गोवंशों के मामले में कोई विधिक कार्यवाही नहीं की गई। यह कार्य न केवल पशुओं के प्रति क्रूरतापूर्ण है, बल्कि कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ाने जैसा है। इस अवसर पर एडवोकेट निलम सोनी, पिन्टु देवी चांवला, भावना वैष्णव, पुजा जागिड. सन्तोष मेवाडा, मंजु देवडा, दरियाव किंजा, चंदा देवड़ा, संतोष शर्मा जागीड़, सन्तोष शर्मा, करती जागीड़, आयुशी जागीड़,सगीता तवर, कनिष्का जागिड़, सगीता , गौपुत्र दिनेश मेवाडा (जिला प्रभारी गौपुत्र सेना) बालकीसन उणेचा जिला कोषाध्यक्ष, मदन सिंह जोधा, केलाश चांवला, दलपत राज टांक जिला संयोजक बजरंग दल सोजत,महेद्र टांक, रोनक चावला, जोगश्वर (लकि) पाषर्द,गौतम तवर, रुद्र प्रताप सिंह रामासनी बाला, चेतन मेवाडा, मोहीत मेवाडा, मालवीया, गौतम परिहार, रॉकी मेवाडा, चंद्रप्रकाश तवर,जितेंद्र राठौड़, अर्जुन गहलोत,सभी मोजुद रहै।।