✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
सोजत।
हमारा शरीर स्वयं एक डॉक्टर है, जो हर छोटी-बड़ी बीमारी का संकेत समय रहते देता है। मगर अक्सर लोग इन संकेतों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जिसका परिणाम गंभीर बीमारियों के रूप में सामने आता है। विशेषज्ञों के अनुसार यदि शरीर में हो रहे छोटे-छोटे परिवर्तनों पर ध्यान दिया जाए तो गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है और सही समय पर उपचार संभव हो पाता है।
नीचे हम कुछ ऐसे महत्वपूर्ण शारीरिक संकेतों और उनसे जुड़ी संभावित बीमारियों के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है—
शरीर के संकेत और उनका महत्व:
- जीभ पर सफेद या भूरे रंग का मैल : पेट की खराबी का स्पष्ट संकेत।
- नाक के नथुनों का तेजी से फड़कना : निमोनिया या प्लूरिसी जैसी बीमारी का संकेत।
- आंखों के नीचे कालापन : अधिक थकावट या पुराने कब्ज का परिणाम।
- आंखों के चारों ओर कालापन : कमजोरी, खून की कमी, या ल्यूकोरिया का लक्षण।
- आंखों के नीचे सूजन : किडनी के कार्य में रुकावट का संकेत।
- होठों पर सफेद छाले : बुखार आने का संकेत।
- गालों पर झाइयां : पीरियड्स में अनियमितता का चिन्ह।
- गालों का लाल होना : फेफड़ों में संक्रमण का इशारा।
- शाम को तापमान में वृद्धि : टाइफाइड की संभावनाएं।
- बच्चों का दांत किटकिटाना या बिस्तर पर पेशाब करना : पेट में कीड़े होने का संकेत।
- नाक और मलद्वार में खुजली : पेट में कीड़े।
- जीभ का सफेद रंग : तिल्ली बढ़ने का संकेत।
- जीभ पर छाले या घाव : आंतों और पेट के रोग का लक्षण।
- चेहरे पर हल्के सफेद धब्बे : पेट में कीड़े।
- आंखों के आगे अंधेरा छाना : लो ब्लडप्रेशर या खून की कमी।
- हाथ की उंगलियों के पीछे कालापन : महिलाओं में यूट्रस रोग का संकेत।
- गालों का पिचक जाना : अधिक वीर्यनाश का परिणाम।
- होंठों का फटना : पेट के रोग या लंबी बीमारी का लक्षण।
- गले में सूजन : हाइपोथायरॉइडिज्म का संकेत।
विशेष सलाह :
यदि आप बड़ी बीमारियों से बचना चाहते हैं तो शरीर में हो रहे हर छोटे-छोटे परिवर्तन को गंभीरता से लें और तुरंत आयुर्वेद विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श लें।
अदरक : प्राकृतिक स्वास्थ्य रक्षा का महामंत्र
आयुर्वेद में अदरक को महाऔषधि माना गया है। इसमें शरीर के लिए आवश्यक लगभग सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं। अदरक का सेवन न केवल छोटी-मोटी बीमारियों से बचाता है, बल्कि गंभीर रोगों में भी यह चमत्कारी परिणाम देता है।
अदरक में पाए जाने वाले पोषक तत्व :
- 81% पानी
- 2.5% प्रोटीन
- 1% वसा
- 2.5% रेशे
- 13% कार्बोहाइड्रेट
- आयरन, कैल्शियम, आयोडीन, क्लोरीन और विटामिन्स की भरपूर मात्रा
अदरक के प्रमुख फायदे :
- त्वचा के लिए : अदरक के नियमित सेवन से त्वचा चमकदार और जवां रहती है।
- खांसी के लिए : अदरक और शहद का मिश्रण खांसी व गले की खराश में अत्यंत लाभकारी।
- भूख बढ़ाने के लिए : अदरक और नमक का सेवन पेट साफ कर भूख बढ़ाता है।
- हाजमे के लिए : अदरक, अजवाइन और नींबू का संयोजन पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है।
- उल्टी रोकने के लिए : अदरक और प्याज के रस का मिश्रण उल्टी में राहत देता है।
- सर्दी-जुकाम में लाभकारी : अदरक की चाय या अदरक-शहद का सेवन असरदार।
- कैंसर रोधक गुण : अदरक कोलेस्ट्रॉल कम करता है, खून का थक्का जमने से रोकता है और कैंसर के खतरे को घटाता है।
- अन्य रोगों में लाभ : गठिया, साइटिका, सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस और मासिक धर्म की अनियमितताओं में अदरक अत्यंत प्रभावशाली।
महत्वपूर्ण सुझाव :
गर्मी के मौसम में अदरक का सेवन सीमित मात्रा में करें, क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है।
स्वास्थ्य संबंधी सलाह और आयुर्वेदिक उपचार के लिए…
सभी सुखी और निरोगी रहें।