✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
जयपुर/बसारा (तेलंगाना), 16 जून — श्रद्धा का सफर मातम में बदल गया जब तेलंगाना के निर्मल जिले के पवित्र बसर स्थित गोदावरी नदी में रविवार को स्नान के दौरान राजस्थान के पांच युवकों की डूबने से मौत हो गई। मृतकों में पाली जिले के चार और नागौर जिले का एक युवक शामिल है। इस दर्दनाक हादसे में पाली के ढाबर गांव के एक ही परिवार के तीन सगे भाई भी शामिल हैं।
ये सभी लोग सरस्वती मंदिर में दर्शन और पवित्र स्नान के उद्देश्य से गोदावरी नदी के घाट पर पहुंचे थे। लेकिन नदी की गहराई का अंदाजा न लगने के कारण स्नान करते समय वे पानी में गहरे चले गए और डूब गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब युवक डूबने लगे तो परिवार के अन्य सदस्यों ने शोर मचाया, मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी। स्थानीय लोगों और गोताखोरों की मदद से काफी प्रयास के बाद पांचों शव बाहर निकाले जा सके।
मृतकों की पहचान
हादसे में जिन युवकों की जान गई, उनकी पहचान इस प्रकार है:
- राकेश (20 वर्ष)
- मदन (18 वर्ष)
- विनोद (19 वर्ष)
- हृतिक (22 वर्ष)
- एक 16 वर्षीय नाबालिग
इनमें से राकेश, मदन और 16 वर्षीय बालक, तीनों सगे भाई हैं। यह तीनों पाली जिले के ढाबर गांव के रहने वाले थे। वहीं, हृतिक नागौर जिले के ताऊसर गांव से था।
इन सभी को तेलंगाना के भैंसा के सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। बताया जा रहा है कि ये लोग एक ही परिवार से थे और करीब 18 सदस्य हैदराबाद से बसारा मंदिर के दर्शन के लिए पहुंचे थे।
15 वर्षों से हैदराबाद में रह रहे हैं परिजन
बताया गया है कि मृतकों के पिता पेमाराम राठौड़, पिछले 15 सालों से हैदराबाद के चिंतल दिलसुख नगर इलाके में होलसेल बिस्किट और गोली की दुकान चला रहे हैं। उनके तीनों बेटे—16 वर्षीय छात्र, मदन (12वीं कक्षा के छात्र) और राकेश (कॉलेज सेकंड ईयर)—इस यात्रा में साथ थे। परिवार के लिए यह हादसा किसी भयंकर तूफान से कम नहीं।
राजनीतिक और सामाजिक जगत में शोक की लहर
इस हादसे ने राजस्थान सहित पूरे देश को झकझोर दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने सोशल मीडिया पर शोक जताते हुए लिखा:
“तेलंगाना के बसारा में गोदावरी नदी में डूबने से पाली के 4 और नागौर के 1 व्यक्ति की मृत्यु बेहद दुखद है। इस कठिन समय में मेरी गहरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। ईश्वर उन्हें संबल और दिवंगतों की आत्मा को शांति प्रदान करें।”
उन्होंने बरसात के मौसम में जलाशयों और नदियों से दूर रहने की भी अपील की।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने भी हादसे पर दुख जताया:
“तेलंगाना में गोदावरी नदी में स्नान के दौरान हुए हृदयविदारक हादसे में पाली के 3 सगे भाइयों सहित 5 युवाओं का असमय निधन अत्यंत पीड़ादायक और स्तब्ध कर देने वाला है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिजनों को यह पीड़ा सहन करने की शक्ति दें।”
नदी के किनारे सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना के बाद यह सवाल भी उठने लगे हैं कि इतने लोकप्रिय तीर्थ स्थल पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था क्यों नहीं थी? नदी की गहराई को लेकर कोई चेतावनी बोर्ड या गार्ड की व्यवस्था नहीं होना स्थानीय प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है।
श्रद्धा से शुरू हुआ सफर, शोक में बदल गया
एक पवित्र संकल्प और परिवार संग धार्मिक यात्रा के उद्देश्य से निकले ये युवक अब कभी घर वापस नहीं लौटेंगे। पूरा राजस्थान आज शोक में डूबा है। यह हादसा न केवल एक परिवार बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा और सतर्कता कितनी जरूरी है।
📌 विशेष अपील:
मानसून के मौसम में नदियों, जलाशयों, तालाबों और डेम्स के पास बिना सुरक्षा के जाने से बचें। धार्मिक आस्था महत्वपूर्ण है, लेकिन जीवन की सुरक्षा सर्वोपरि है।
ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति दें और परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।