✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
sojat|सोजत 12 मई 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार रात 8 बजे देश को 22 मिनट संबोधित करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर विस्तार से चर्चा की। यह ऐतिहासिक भाषण जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत की कड़ी कार्रवाई और पाकिस्तान के साथ तनावपूर्ण हालात की पृष्ठभूमि में आया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अब आतंक के विरुद्ध केवल शब्द नहीं, बल्कि निर्णायक युद्ध लड़ रहा है।
क्या है ‘ऑपरेशन सिंदूर’?
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि पहलगाम हमले में 26 निर्दोष तीर्थयात्रियों की हत्या के बाद भारत ने आतंकियों के खिलाफ सटीक और कठोर जवाब दिया। भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के भीतर मौजूद आतंकवादियों के लॉन्च पैड्स को तबाह किया। इस कार्रवाई में करीब 100 से ज्यादा आतंकवादी ढेर हुए और उनके कई अड्डों को नष्ट कर दिया गया।
“जो लोग भारत की बेटियों का सिंदूर मिटाना चाहते थे, हमने उनका नाम-ओ-निशान मिटा दिया।” — पीएम मोदी
पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को चेताया कि यदि वह अपने देश की धरती से आतंकवाद का समर्थन बंद नहीं करता, तो भारत की अगली कार्रवाई और भी कठोर होगी। उन्होंने कहा कि भारत अब हर आतंकी हमले का जवाब दुगनी ताकत से देगा।
“टेरर और टॉक साथ-साथ नहीं चल सकते। पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।” — पीएम मोदी
भारत की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय सेना की वीरता और समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि भारत आज किसी भी खतरे से निपटने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि हमारी सेना न सिर्फ अपनी सीमाओं की रक्षा कर रही है, बल्कि आतंकवाद के गढ़ों को जड़ से खत्म कर रही है।
“यह कार्रवाई सीमित नहीं, लेकिन सटीक और निर्णायक थी। हमने अपने सैनिकों के खून का बदला लिया है।” — पीएम मोदी
संघर्षविराम पर भारत का रुख
पीएम मोदी ने बताया कि पाकिस्तान ने एकतरफा संघर्षविराम की अपील की, जिसे भारत ने “सावधानीपूर्वक सोच-विचार के बाद” स्वीकार किया है। लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कोई स्थायी विराम नहीं है।
“हमने कार्रवाई को सिर्फ स्थगित किया है, समाप्त नहीं। जरूरत पड़ी तो फिर वार करेंगे।” — पीएम मोदी
अंतरराष्ट्रीय समुदाय को संदेश
प्रधानमंत्री ने वैश्विक मंच से अपील करते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब आतंकवाद के खिलाफ सभी राष्ट्र एकजुट हों। उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” नीति का पालन करता है और बाकी देशों को भी यही रुख अपनाना चाहिए।
“यह युग युद्ध का नहीं, लेकिन आतंकवाद का भी नहीं है। आतंक के खिलाफ कठोर नीति ही मानवता की रक्षा है।” — पीएम मोदी
जनता से अपील: देश के साथ एकजुट खड़े रहें
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से अपील की कि वे इस कठिन समय में देश के साथ खड़े रहें और सेना के मनोबल को ऊंचा रखें। उन्होंने कहा कि भारत की जनता का समर्थन ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है।
प्रधानमंत्री मोदी का यह संबोधन न सिर्फ पाकिस्तान को एक सख्त संदेश था, बल्कि देशवासियों के लिए भरोसे का प्रतीक भी। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए भारत ने दुनिया को दिखा दिया है कि अब वह आतंकवाद के खिलाफ सिर्फ बयान नहीं देगा, बल्कि सीधे और निर्णायक कार्रवाई करेगा। यह ऐलान है एक नए भारत का—जो सहता नहीं, जवाब देता है।