✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
सोजत/जवाली। भाई-बहन के अटूट प्रेम, समर्पण और विश्वास का पर्व रक्षाबंधन इस वर्ष 9 अगस्त 2025 को पूरे उल्लास और शुभ संयोगों के साथ मनाया जाएगा। यह त्योहार न सिर्फ एक परंपरा है, बल्कि पारिवारिक रिश्तों में आत्मीयता और जिम्मेदारी का भाव जगाने वाला विशेष दिन भी है।
इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उसकी लंबी उम्र, सफलता और सुरक्षा की कामना करती हैं, वहीं भाई अपनी बहन को जीवनभर रक्षा का वचन देता है। यह पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जो इस बार विशेष योगों से युक्त होने जा रहा है।
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🔹 रक्षाबंधन 2025: तिथि और समय
जवाली के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित विपन शर्मा ने बताया कि श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि इस वर्ष 8 अगस्त 2025 को दोपहर 2 बजकर 12 मिनट से प्रारंभ होकर 9 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 21 मिनट तक रहेगी।
उदया तिथि के अनुसार रक्षाबंधन पर्व 9 अगस्त को मनाया जाएगा, क्योंकि हिन्दू धर्म में उदयातिथि को विशेष महत्व दिया जाता है।
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🔸 रक्षाबंधन 2025 पर विशेष योगों का संयोग
सर्वार्थ सिद्धि योग
श्रवण और धनिष्ठा नक्षत्र
सौभाग्य योग पूरे दिन
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 4:22 AM से 5:04 AM तक
अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:17 PM से 12:53 PM तक
इन शुभ योगों में रक्षाबंधन करना अत्यंत फलदायक और मंगलकारी रहेगा।
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🔸 भद्रा काल रहेगा अनुपस्थित, पर्व के लिए संपूर्ण दिन शुभ
पंडित शर्मा के अनुसार इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं रहेगा, क्योंकि भद्रा काल 9 अगस्त को सुबह 1:52 AM पर समाप्त हो जाएगा। ऐसे में पूरे दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त रहेगा।
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🎁 राखी बांधने का सर्वोत्तम समय
प्रारंभ – सुबह 5:47 AM
समापन – दोपहर 1:24 PM
इस अवधि में बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांध सकती हैं और परंपरागत विधि-विधान से रक्षाबंधन का पर्व मना सकती हैं।
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🕉️ क्या करें इस दिन?
भाई को राखी बांधने से पहले पूजा थाली में दीपक, अक्षत, रोली, मिठाई और राखी रखें।
भाई की आरती उतारें और तिलक कर राखी बांधें।
मिठाई खिलाकर शुभकामनाएं दें और रक्षा का वचन प्राप्त करें।
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📜 संक्षेप में मुख्य जानकारी:
विषय विवरण
रक्षाबंधन तिथि 9 अगस्त 2025
पूर्णिमा आरंभ 8 अगस्त दोपहर 2:12 PM
पूर्णिमा समाप्त 9 अगस्त दोपहर 1:21 PM
भद्रा समाप्ति 9 अगस्त सुबह 1:52 AM
राखी बांधने का समय सुबह 5:47 AM से दोपहर 1:24 PM
विशेष योग सर्वार्थ सिद्धि योग, सौभाग्य योग, श्रवण-धनिष्ठा नक्षत्र
इस रक्षाबंधन पर बहनें अपने भाई को राखी बांधते हुए शुभ संयोगों का लाभ उठा सकती हैं। यह पर्व रिश्तों में मिठास और भावनात्मक जुड़ाव को और अधिक मजबूत बनाने का सुनहरा अवसर है।
💠 सभी देशवासियों को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं!
रक्षाबंधन 2025: शुभ मुहूर्त, भद्रा काल और योगों का संयोग, जानें राखी बांधने का सही समय

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