वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
सोजत ।
सोजत में एक बार फिर तेज गर्मी और हीटवेव का कहर शुरू हो गया है। पिछले कुछ दिनों से बढ़ते तापमान ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। दिन चढ़ते ही मानो आसमान से आग बरस रही हो। भीषण गर्मी और लू के चलते हॉस्पिटलों में ओपीडी में मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। अधिकतर लोग यूरिन संबंधी परेशानी, बुखार और खांसी जैसी समस्याओं के साथ चिकित्सालयों की ओर रुख कर रहे हैं।
शुक्रवार को सोजत का न्यूनतम तापमान 30.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो रात में भी गर्मी का अहसास करवा रहा है। वहीं दिन का अधिकतम तापमान लगातार 44 डिग्री के करीब बना हुआ है, जो हीटवेव की स्थिति को दर्शाता है।
हीटवेव से बीमार हुए लोग, नींबू पानी और छांव बनी राहत का सहारा

शहर में गर्मी का ऐसा असर देखने को मिल रहा है कि लोग मुंह और शरीर को ढककर ही बाहर निकल रहे हैं। कई जगहों पर लोग छाता लेकर घूमते नजर आ रहे हैं। नींबू पानी, ठंडे ज्यूस और जलजीरा की दुकानों पर भीड़ बढ़ गई है। डॉक्टरों का कहना है कि लू के कारण शरीर में डिहाइड्रेशन, चक्कर आना, पेशाब रुक-रुक कर आना, खांसी और बुखार जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं।
सोजत अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि लू व हीट स्ट्रोक से पीड़ित मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। ऐसे मौसम में अधिक से अधिक पानी पीना, नींबू पानी लेना और सीधे धूप से बचना ही सबसे बड़ा बचाव है। बुजुर्गों और बच्चों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है।