✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
। क्या आप जानते हैं कि आपकी कुछ आदतें आपकी किस्मत बदल सकती हैं? क्या आप चाहते हैं कि कभी पैसों की तंगी न हो? अगर हां, तो गुरुड़ पुराण में बताई गई ये 5 विशेष बातें आपकी ज़िंदगी में धन वर्षा कर सकती हैं। ये आदतें न सिर्फ आर्थिक स्थिति को सुधारती हैं, बल्कि आपको सम्मान और सुख-समृद्धि भी दिलाती हैं। जानिए विस्तार से वो 5 बातें, जो आपको फर्श से उठाकर अर्श तक पहुंचा सकती हैं—
1. कमाई में से एक हिस्सा दान में देना—सच्चा निवेश
गुरुड़ पुराण कहता है कि जो व्यक्ति अपनी आमदनी का कुछ हिस्सा धर्म, दान और पुण्य कार्यों में लगाता है, उसके जीवन में कभी धन का अभाव नहीं रहता। ऐसे लोग चाहे जितने भी गरीब क्यों न हों, धीरे-धीरे आर्थिक रूप से मजबूत होते चले जाते हैं। यह आदत मां लक्ष्मी को आकर्षित करती है और व्यक्ति के भाग्य को चमका देती है।
2. धन का घमंड नहीं करना—मां लक्ष्मी की कृपा का मूल मंत्र
पैसा कमाना एक बात है लेकिन उसे बनाए रखना बहुत कठिन। गुरुड़ पुराण के अनुसार जो लोग धन का अहंकार नहीं करते, पैसों का प्रदर्शन नहीं करते, उनके घर में मां लक्ष्मी स्थायी रूप से वास करती हैं। विनम्र स्वभाव और संतुलित सोच वाले लोग जीवन में कभी दर-दर की ठोकरें नहीं खाते।
3. उधारी समय पर चुकाएं, बेईमानी से बचें
गुरुड़ पुराण में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि जो व्यक्ति उधार चुकाने में टालमटोल करता है, लालच करता है या धोखाधड़ी करता है, वहां मां लक्ष्मी कभी नहीं ठहरतीं। ईमानदारी और कर्जमुक्त जीवन न केवल आत्मिक शांति देता है, बल्कि आर्थिक स्थिरता भी सुनिश्चित करता है।
4. साफ-सफाई और दिनचर्या में अनुशासन जरूरी
गुरुड़ पुराण में लिखा है:
“कुचैलिनं दन्तमलोपधारिणं ब्रह्वाशिनं निष्ठुरवाक्यभाषिणम्।
सूर्योदये ह्यस्तमयेपि शायिनं विमुञ्चति श्रीरपि चक्रपाणिम्।।”
इस श्लोक का भाव यह है कि जो व्यक्ति मैले कपड़े पहनता है, दांतों की सफाई नहीं करता, अत्यधिक खाता है, कठोर शब्दों का प्रयोग करता है और सूर्य उदय व अस्त के समय सोता है, उससे मां लक्ष्मी स्वयं भगवान विष्णु के स्वरूप में होने पर भी दूर हो जाती हैं। इसलिए, व्यक्तिगत स्वच्छता, संयमित जीवन और मधुर भाषा का पालन करें।
5. पितरों का आशीर्वाद—सर्वोत्तम धन
गुरुड़ पुराण के अनुसार पूर्वजों का आशीर्वाद जिन परिवारों पर होता है, वहां धन-संपत्ति की कभी कमी नहीं होती। श्राद्ध, तर्पण और पितृकार्य करके उनके आत्मा की शांति और तृप्ति सुनिश्चित करें। यह एक ऐसा आध्यात्मिक उपाय है जो अदृश्य रूप से आपके जीवन में शुभता और समृद्धि लाता है।
गुरुड़ पुराण केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि एक जीवन दर्शन है, जिसमें आर्थिक समृद्धि के भी गूढ़ रहस्य छिपे हैं। इन पांच आदतों को अपनाकर कोई भी व्यक्ति न केवल आर्थिक तंगी से बाहर निकल सकता है, बल्कि एक सम्मानित, संतुलित और समृद्ध जीवन जी सकता है। याद रखें—धन वहीं रुकता है, जहां धर्म, शुद्धता और आभार होता है।