✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
दीपावली, केवल रोशनी और मिठास का पर्व नहीं, बल्कि यह देवी लक्ष्मी को अपने घर में स्थायी रूप से आमंत्रित करने का सर्वश्रेष्ठ अवसर भी है। इस शुभ अवसर पर अगर कोई वस्तु सबसे अधिक शुभ मानी गई है, तो वह है दक्षिणावर्ती शंख (Dakshinavarti Shankh)। यह शंख महालक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है और इसके पूजन से धन, सौभाग्य, स्वास्थ्य और शांति चारों ओर से घर में प्रवाहित होती है।
🌙 क्या होता है दक्षिणावर्ती शंख?
आम तौर पर मिलने वाले शंख बाईं ओर मुड़े होते हैं, लेकिन दक्षिणावर्ती शंख दाईं ओर खुलता है। इसी कारण इसे “दक्षिणमुखी” कहा जाता है।
पुराणों में उल्लेख है कि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का निवास दक्षिणावर्ती शंख में होता है। यही कारण है कि इसे घर या मंदिर में रखने से देवी लक्ष्मी की कृपा स्थायी रूप से प्राप्त होती है।
🪔 दीपावली पर दक्षिणावर्ती शंख का विशेष महत्व
दीपावली की रात को महालक्ष्मी पूजन का विशेष मुहूर्त होता है।
ऐसा कहा गया है कि यदि इस दिन दक्षिणावर्ती शंख की विधिपूर्वक पूजा की जाए, तो देवी लक्ष्मी विशेष प्रसन्न होती हैं।
पूजन विधि:
शंख को पहले गंगाजल या दूध से शुद्ध करें।
फिर इसे लाल या पीले रेशमी वस्त्र में लपेटकर पूजास्थल पर स्थापित करें।
इसमें कुमकुम, चावल, गुलाब के पुष्प और चांदी या सोने के सिक्के रखें।
दीपावली की रात्रि में ‘श्री सूक्त’ या ‘लक्ष्मी स्तोत्र’ का पाठ करते हुए इसका पूजन करें।
अंत में नीचे दिया गया मंत्र अवश्य उच्चारण करें:
> “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः॥”
💎 दक्षिणावर्ती शंख रखने के चमत्कारी लाभ
1. धन एवं समृद्धि में वृद्धि:
इसे तिजोरी या पूजाघर में रखने से धन की आवक निरंतर बनी रहती है और घर में आर्थिक स्थिरता आती है।
2. नकारात्मक ऊर्जा का नाश:
दक्षिणावर्ती शंख घर के वातावरण से भय, अशुभता और नकारात्मक शक्तियों को दूर करता है।
3. सौभाग्य और शुभता की वृद्धि:
जहां यह शंख स्थापित होता है, वहां का वातावरण पवित्र और सकारात्मक बन जाता है।
4. लक्ष्मी कृपा का स्थायित्व:
कहा गया है कि जहां दक्षिणावर्ती शंख की पूजा होती है, वहां देवी लक्ष्मी का स्थायी वास होता है।
5. स्वास्थ्य और ऊर्जा में सुधार:
शंख से निकलने वाली ध्वनि तरंगें शरीर में सकारात्मक ऊर्जा भरती हैं, जिससे मानसिक शांति और स्वास्थ्य दोनों बेहतर होते हैं।
🔮 घर में रखने की सरल विधि
शंख को गंगाजल या दूध से धोकर शुद्ध करें।
इसे लाल या पीले कपड़े में लपेटकर पूजाघर में पूर्व दिशा की ओर रखें।
हर शुक्रवार या दीपावली की रात कुमकुम, फूल और अगरबत्ती अर्पित करें।
शंख में कभी भी पानी न भरें, इसे सदैव सूखा रखें।
✨ निष्कर्ष:
दीपावली की रात दक्षिणावर्ती शंख की पूजा करने से
👉 धन-संपत्ति में वृद्धि,
👉 सुख-शांति का वास,
👉 और देवी लक्ष्मी की स्थायी कृपा प्राप्त होती है।
यह शंख भौतिक सुख के साथ आध्यात्मिक उन्नति का भी प्रतीक है।
इस दीपावली, यदि आप अपने घर में दक्षिणावर्ती शंख की स्थापना करते हैं, तो यह निश्चय ही आपके जीवन में सौभाग्य, समृद्धि और दिव्यता का नया अध्याय खोल सकता है।
दीपावली पर दक्षिणावर्ती शंख की पूजा से जगती है धन-समृद्धि की ज्योति, जानिए इसका चमत्कारी महत्व और लाभ

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