
पाली/सोजत, 21 मई (✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा):
पाली जिले के समीप स्थित श्री सिद्ध शक्ति पीठ शनिधाम में इस वर्ष शनि जयंती पर ऐतिहासिक और भव्य आयोजन होने जा रहा है। 26 व 27 मई को आयोजित हो रहे शनि जयंती महोत्सव में देशभर से साधु-संतों, नागा संन्यासियों और श्रद्धालुओं के साथ-साथ प्रसिद्ध भजन गायक भी शामिल होंगे। यह आयोजन न केवल धार्मिक उत्सव का स्वरूप होगा, बल्कि देश की अखंडता व संप्रभुता के लिए विशेष धार्मिक अनुष्ठानों का भी केंद्र बनेगा।
पहली बार होगा 21 फीट ऊंची शनिदेव प्रतिमा का अनावरण
इस विशेष अवसर पर 21 फीट ऊंची शनिदेव की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा, जो पूरे मंदिर परिसर का मुख्य आकर्षण रहेगी। यह कार्यक्रम श्री श्री 1008 श्री शनिधाम पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी परमहंस निजस्वरूपानंदपुरी जी महाराज (दाती महाराज) के सान्निध्य में संपन्न होगा।
भजन संध्या में गूंजेगा भक्ति संगीत
शनि जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित ‘एक शाम गौमाता के नाम’ भजन संध्या में राजस्थान के प्रसिद्ध भजन गायक श्री प्रकाश माली, गजेंद्र राव, हेमराज गोयल, आकृति मिश्रा, नीता नायक सहित कई अन्य कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं को भक्ति रस में सराबोर करेंगे।
मध्यरात्रि में होगी भव्य महारती
26 मई की मध्यरात्रि 12 बजे भव्य महारती का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सैकड़ों नागा सन्यासी शामिल होंगे। इस पावन रात्रि में भगवान शनिदेव व महाकाल का भस्माभिषेक और पंचामृत अभिषेक किया जाएगा। यह आयोजन आध्यात्मिक ऊर्जा और देश की एकता के लिए सामूहिक प्रार्थना का भी प्रतीक बनेगा।
देश-विदेश से श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना
यह आयोजन पाली शनिधाम में पहली बार इतने विशाल स्तर पर हो रहा है। राजस्थान ही नहीं, देश और विदेश से भी श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। मंदिर परिसर को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है और व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने के लिए तैयारियां जोरों पर हैं।
आयोजक और व्यवस्था
इस आयोजन के मुख्य संयोजक समाजसेवी जयेश सोलंकी हैं। साथ ही राष्ट्रीय संत सेवा एवं गौ रक्षा कल्याण परिषद की राष्ट्रीय और प्रदेश टीम व्यवस्थाओं को संभाल रही है। मंच संचालन आचार्य ओमप्रकाश द्वारा किया जाएगा। मंदिर ट्रस्ट के स्वामी प्रज्ञानंदपुरी जी ने बताया कि गुरुदेव स्वयं सभी को दिशा-निर्देश दे रहे हैं।
सेवादारों की बैठक में तय हुई ज़िम्मेदारियाँ
आज बुधवार को आयोजन की तैयारियों को लेकर मुख्य सेवादारों की बैठक आयोजित हुई, जिसमें सोडवास, मारवाड़ जंक्शन, देसूरी, सोजत, जेतरण, रोहट, पाली, सुमेरपुर, सिरोही, फालना, बाली, जालोर, ब्यावर, रायपुर, सोजत रोड, आलावास, रेंदड़ी, बगड़ी, तखतगढ़, नागौर से सैकड़ों सेवादार उपस्थित रहे।
प्रमुख सेवादारों में माँ श्रद्धा, माँ दया, शिवानी, जयेश सोलंकी, लाल महाराज, डॉ मोतीलाल मेवाड़ा, राकेश गुप्ता, डॉ मुकेश भाटी, डॉ मनोज, दिग्विजय सिंह, महेंद्र चौहान, डॉ भानाराम, दिलीप, भेरू सेन, कालू मारू, मुरली मनोहर, नरेंद्र गहलोत, हरीश सांखला, मदनसिंह इंदा, शैलेष वर्मा, गंगाराम चौधरी, रामलाल चौधरी, चेनराज अख़ावत, पूरण आर्य, साहिल डांगी, भेराराम अख़ावत, रमेश बावल, रमेश टोकरला, मदन हेमावत, पारस अख़ावत आदि उपस्थित रहे।
इस अद्वितीय आयोजन को लेकर श्रद्धालुओं और स्थानीय जनमानस में भारी उत्साह है। आयोजकों का मानना है कि दर्शन मात्र से कष्टों का समाधान होगा और शनिदेव की कृपा सभी पर बरसेगी।