कटार ।भारत सरकार द्वारा सड़क सुविधाओं को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से विभिन्न क्षेत्रों में सड़क विस्तार का कार्य जोरों पर है, जो आम जनता के लिए निश्चित रूप से सुखद पहलू है। किंतु इस कार्य के दौरान कुछ धार्मिक आस्थाओं की अनदेखी चिंता का विषय बन गई है।

ऐसा ही एक मामला कटार गांव में सामने आया है, जहां श्रीमाली ब्राह्मण समाज की कुलदेवी माता बंदूक्षणी के मंदिर को सड़क निर्माण कार्य के चलते हटाया गया। बताया जा रहा है कि यह मंदिर दवे, नारेचा और भारद्वाज गोत्र के श्रद्धालुओं की गहन आस्था का केंद्र रहा है। मंदिर को हटाए जाने के समय निर्माण से जुड़े ठेकेदार द्वारा पुनः मंदिर निर्माण का आश्वासन दिया गया था, परंतु महीनों बीत जाने के बाद भी मंदिर का पुनर्निर्माण नहीं किया गया है।

माता बंदूक्षणी की प्रतिमा को भी ढंककर पास ही एक अन्य मंदिर में अस्थायी रूप से रख दिया गया है, जिससे श्रद्धालु अब प्रतिमा के दर्शन से वंचित हो गए हैं। इससे समाज के लोगों में गहरा आक्रोश और दुख है।
समाज के श्रद्धालुओं ने ठेकेदार व संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों पर अनदेखी और वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। वे मांग कर रहे हैं कि माता बंदूक्षणी का मंदिर यथाशीघ्र पुनर्निर्मित किया जाए और मूर्ति को विधिवत पुनः प्रतिष्ठित कर दर्शन लाभ की व्यवस्था की जाए।