वरिष्ठ पत्रकार चेतनजी व्यास के साथ अकरम खान कि रिपोर्ट।
सोजत। चारण गढवी इंटरनेशनल फाउंडेशन (सीजीआईएफ) द्वारा चिकित्सा विभाग के सहयोग से सोजत में 22 जून को एचपीवी (ह्यूमन पेपिलोमावायरस) वैक्सीनेशन शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर स्थानीय बालिकाओं के लिए महत्वपूर्ण स्वास्थ्य पहल के रूप में देखा जा रहा है।

सीजीआईएफ के ग्लोबल अध्यक्ष श्री अनोपसिंह लखावत ने बताया कि इस शिविर के माध्यम से बड़ी संख्या में बालिकाओं को एचपीवी वैक्सीन दी जाएगी, जिससे वे भविष्य में गंभीर बीमारियों से सुरक्षित रह सकेंगी। उन्होंने कहा कि यह पहल समाज के स्वास्थ्य के प्रति संस्था की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
चिकित्सा प्रभारी डॉ. राजेश गुप्ता जी ने जानकारी दी कि एचपीवी वैक्सीन कुछ प्रकार के कैंसर — विशेषकर गर्भाशय के मुख (सर्वाइकल कैंसर) — एवं अन्य संभावित बीमारियों से बचाव में अत्यंत कारगर है। यह टीका शरीर को एचपीवी वायरस के कुछ प्रमुख उपभेदों से सुरक्षा प्रदान करता है, जिससे शरीर वायरस को बेहतर तरीके से साफ कर पाता है।
किनके लिए है यह वैक्सीन:
यह टीका 18 वर्ष एवं उससे कम आयु की बालिकाओं के लिए विशेष रूप से उपलब्ध रहेगा। हालांकि यह 11-12 वर्ष की आयु की लड़कियों के लिए सर्वाधिक अनुशंसित है, जिससे उन्हें प्रारंभिक अवस्था से ही सुरक्षा प्राप्त हो सके।
26 वर्ष से अधिक आयु के लिए भी लाभदायक:
डॉ. गुप्ता ने बताया कि कुछ परिस्थितियों में 26 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं के लिए भी यह वैक्सीन लाभकारी हो सकती है, विशेषकर यदि उन्होंने पहले यह टीका नहीं लिया है।
शिविर का उद्देश्य:
शिविर का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं को गंभीर बीमारियों से बचाव हेतु समय पर सुरक्षा प्रदान करना है, साथ ही जन-जागरूकता फैलाना कि एचपीवी वैक्सीन केवल एक टीका नहीं, बल्कि भविष्य के लिए एक सुरक्षा कवच है।
स्थान और समय:
यह शिविर 22 जून को सोजत में आयोजित होगा। आयोजन स्थल और समय की जानकारी के लिए स्थानीय चिकित्सा विभाग या सीजीआईएफ प्रतिनिधियों से संपर्क किया जा सकता है।