📰 बड़ी खबर | ✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा

राजस्थान समेत पूरे देश में 16वीं जनगणना की तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। यह जनगणना ऐतिहासिक साबित होने जा रही है क्योंकि 16 साल बाद पहली बार इसमें जातिगत आंकड़े भी एकत्र किए जाएंगे। केंद्र सरकार ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है, और अब राज्य सरकारें भी अपने स्तर पर तैयारियों में जुट गई हैं। राजस्थान में इस प्रक्रिया को लेकर प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है।
🔍 राजस्थान की अनुमानित जनसंख्या 8.24 करोड़, 2.25 करोड़ परिवार होंगे शामिल
राज्य में इस बार जनगणना का दायरा व्यापक होगा। करीब 2.25 करोड़ परिवारों से डेटा जुटाया जाएगा, जिनमें नागरिकों से 36 सवालों के जवाब मांगे जाएंगे। इन सवालों में घर की स्थिति, परिवार का मुखिया कौन है, जाति, शिक्षा, मोबाइल या इंटरनेट जैसी तकनीकी पहुंच, गाड़ी या दोपहिया वाहन, पानी-बिजली की उपलब्धता, अनाज की खपत जैसी कई बुनियादी और आधुनिक जानकारियां शामिल हैं।
📊 पहली बार पूछी जाएगी जाति – नीति निर्धारण में आएगा बड़ा बदलाव
इस बार का सबसे महत्वपूर्ण फैसला जातिगत जानकारी एकत्र करना है। इससे केंद्र और राज्य सरकारों को सामाजिक योजनाएं बनाने में बड़ी मदद मिलेगी। यह कदम सामाजिक न्याय, आरक्षण और कल्याणकारी योजनाओं को लक्ष्य केंद्रित बनाने के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
🛠️ जनगणना दो चरणों में होगी
- हाउसलिस्टिंग ऑपरेशन (HLO):
इसमें हर मकान, उसके निर्माण की स्थिति, शौचालय, रसोई, पेयजल स्रोत, बिजली और अन्य भौतिक सुविधाओं की जानकारी ली जाएगी। - जनसंख्या गणना (PE):
इसमें परिवारों और व्यक्तियों से सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और शैक्षिक जानकारियां जुटाई जाएंगी।
🖥️ जनगणना में डिजिटल टेक्नोलॉजी और स्व-गणना की सुविधा
इस बार जनगणना में नागरिक स्वयं भी मोबाइल ऐप या ऑनलाइन पोर्टल के जरिए जानकारी भर सकेंगे। इससे एक ओर जहां पारदर्शिता बढ़ेगी, वहीं दूसरी ओर आंकड़ों की शुद्धता और समय की बचत होगी।
📆 अक्टूबर 2025 से शुरू होगा प्रशिक्षण
राजस्थान में जनगणना कर्मचारियों का प्रशिक्षण अक्टूबर 2025 से शुरू होगा। पहले मास्टर ट्रेनर तैयार किए जाएंगे और बाद में इन्हीं के मार्गदर्शन में फील्ड में तैनात अन्य गणनाकर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। कुछ जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के जरिए अभ्यास किया जाएगा ताकि तकनीकी या व्यवहारिक समस्याओं का पूर्व में समाधान किया जा सके।
🔐 डेटा सुरक्षा प्राथमिकता, नागरिकों की जानकारी होगी गोपनीय
सरकार ने भरोसा दिलाया है कि इस बार डेटा सिक्योरिटी को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। नागरिकों की गोपनीय जानकारी किसी भी रूप में लीक नहीं होगी। संग्रहण, ट्रांसमिशन और स्टोरेज सभी स्तरों पर सख्त साइबर सुरक्षा मानक लागू किए जाएंगे।
🗂️ 2011 की जनगणना में क्या था?
- भारत की जनसंख्या: 121.01 करोड़
- राजस्थान की जनसंख्या: 6.85 करोड़
- पुरुष: 62.37 करोड़
- महिलाएं: 58.64 करोड़
अब 2025 में जब नई जनगणना शुरू होगी तो अनुमानित आंकड़ों के अनुसार राजस्थान की जनसंख्या 8.24 करोड़ के आसपास हो चुकी होगी।
🏛️ राजस्थान सरकार पूरी तरह से तैयार – सीएम भजनलाल शर्मा की अगुवाई में बड़े फैसले
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार ने जनगणना को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए विभिन्न जिलों में बैठकों का दौर शुरू कर दिया है। 2011 की जनगणना से संबंधित दस्तावेजों का अध्ययन, सीमांकन, ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों की सीमाओं में संभावित बदलावों की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो चुकी है। राज्य स्तर पर 30 जून 2025 तक सीमांकन कार्य पूर्ण करने की डेडलाइन तय की गई है।
जनगणना 2027 केवल एक सांख्यिकीय अभ्यास नहीं है, बल्कि यह भारत और विशेषकर राजस्थान की सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संरचना को समझने का एक सशक्त माध्यम बनने जा रही है। जातिगत आंकड़े, डिजिटल सहभागिता, और गहन प्रशिक्षण जैसे आयाम इसे 21वीं सदी की सबसे आधुनिक जनगणना बना सकते हैं।
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✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
📍सोजत | जोधपुर | जयपुर | राजस्थान