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📍सोजत | 24 जून 2025, मंगलवार
✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
राजस्थान के प्रसिद्ध खाटूश्यामजी दरबार में भक्तों की अनोखी आस्थाएं और उनके भाव भरे निवेदन हमेशा से चर्चा में रहे हैं। लेकिन इस बार जो चिट्ठी बाबा के चरणों में अर्पित की गई, उसने हर किसी का ध्यान खींचा। एक कुंवारे भक्त ने बाबा से अपनी शादी फाइनल करवाने की विनती करते हुए एक भावुक पर्ची लिखी, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
📜 चिट्ठी में लिखा – “घर पहुंचूं, तब तक सगाई फाइनल हो जाए”
यह अनोखी पर्ची खाटूश्यामजी मंदिर के गर्भगृह के पास पाई गई, जिसमें भक्त ने बाबा से भावनात्मक शब्दों में गुहार लगाई:
“खाटू वाले श्याम, मैं मेरी मनोकामना आपको बता रहा हूं। मैं घर पहुंचूं तब तक मेरी सगाई का फाइनल हो जाना चाहिए। मेरे काम में तरक्की होनी चाहिए। जैसे ही मेरी शादी होती है, आपके दर्शन करने आऊंगा और सवा किलो मिठाई का भोग चढ़ाऊंगा। मेरी शादी जल्दी फाइनल कर दो मालिक बाबा। जय खाटूश्याम।”
इस पर्ची में भक्त का नाम या पता नहीं लिखा गया है, लेकिन भावनाओं की गहराई से स्पष्ट है कि वह बाबा पर अपार श्रद्धा और विश्वास रखता है।
🙏 भक्ति में विश्वास और मिठाई का वादा
इस चिट्ठी में सिर्फ शादी की प्रार्थना नहीं, बल्कि बाबा को सवा किलो मिठाई चढ़ाने का वादा भी किया गया है। इससे यह जाहिर होता है कि भक्त को अपने अरमान पूरे होने का पूर्ण विश्वास है और वह बाबा की कृपा को अपने जीवन की सबसे बड़ी ताकत मानता है।
📲 सोशल मीडिया पर वायरल हुई पर्ची, लोगों ने दी दुआएं
जैसे ही यह पर्ची सामने आई, स्थानीय श्रद्धालुओं और मंदिर प्रशासन की नजर में आ गई। कुछ ही घंटों में यह पर्ची सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
लोगों ने इस अनदेखे भक्त को दुआएं और शुभकामनाएं भेजी हैं। कई यूज़र्स ने लिखा –
“खाटू बाबा सबकी सुनते हैं, तेरी भी जल्दी शादी पक्की होगी।”
“सच्ची श्रद्धा और मासूम अरदास, बाबा ज़रूर सुनेंगे।”
🛕 खाटूश्यामजी मंदिर: आस्था का अडिग केंद्र
राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटूश्यामजी मंदिर लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है। यहां देशभर से लोग मनोकामना पूर्ति की कामना लेकर पहुंचते हैं।
खासतौर पर मन की बात चिट्ठी में लिखकर बाबा को अर्पित करने की परंपरा यहां बहुत पुरानी और श्रद्धा से जुड़ी हुई है। माना जाता है कि बाबा श्याम मन की बात बिना कहे भी जान लेते हैं, लेकिन जब कोई भक्त चिट्ठी में लिखकर अपनी बात रखता है, तो वह जल्दी सुनी जाती है।
📩 पर्ची परंपरा: भावनाओं की अनोखी अभिव्यक्ति
खाटूश्यामजी मंदिर में यह परंपरा रही है कि भक्त अपनी व्यक्तिगत इच्छाएं, समस्याएं और अरमान एक पवित्र चिट्ठी में लिखकर बाबा को अर्पित करते हैं।
चिट्ठी के साथ अक्सर नारियल, फूल, या भगवा धागा भी बांधा जाता है – यह सब श्रद्धा और भरोसे के प्रतीक माने जाते हैं।
🙌 खाटू वाले बाबा की कृपा से सब संभव
खाटूश्यामजी को कलियुग के साक्षात भगवान माना जाता है। मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से अरदास करता है, बाबा उसकी सुनते हैं।
यह पर्ची भले ही साधारण लगे, लेकिन यह एक युवा दिल की मासूम और गहरी आस्था का प्रतीक है। जो इस विश्वास से लिखी गई है कि
“बाबा सुनते हैं… और कभी खाली हाथ नहीं लौटाते।”
📌 तो अगली बार अगर आप भी खाटूश्यामजी दरबार जाएं, तो मन की बात चिट्ठी में लिखें – क्योंकि बाबा सब कुछ जानते हैं, और सच्चे दिल की पुकार जरूर सुनते हैं।
✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
(आपकी आस्था की आवाज़ बनाकर हम लाते रहेंगे ऐसी भावनात्मक और प्रेरणादायक खबरें)