वरिष्ठ पत्रकार चेतनजी व्यास के साथ अकरम खान की रिपोर्ट।
सोजत। राजस्थान सरकार के “हरियालो राजस्थान” अभियान को जन-सहभागिता के जरिए मजबूती देने में समाजसेवी एवं भामाशाह अनोपसिंह लखावत का उल्लेखनीय योगदान सामने आया है। रेंदड़ी ग्राम पंचायत में लखावत द्वारा चलाए जा रहे वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत अब तक सैकड़ों पौधे लगाए जा चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपनी दिवंगत दादी की स्मृति में स्थापित शोभा पंचवटी वाटिका को हरियाली का आदर्श उदाहरण बना दिया है, जहाँ पूर्व में लगाए गए लगभग 400 पौधे अब वटवृक्ष का स्वरूप ले चुके हैं।

गौरतलब है कि हाल ही में हुई बारिश के दौरान शोभा पंचवटी वाटिका और उसके आसपास के क्षेत्रों में अपेक्षाकृत अधिक वर्षा देखने को मिली, जो यह दर्शाता है कि वृक्षारोपण से न केवल पर्यावरण में हरियाली आई है, बल्कि क्षेत्रीय जलवायु पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।

साल 2025 में पौधारोपण का लक्ष्य कई गुना बढ़ाने का संकल्प
लखावत ने बताया कि वर्ष 2025 में वे वृक्षारोपण के इस अभियान को कई गुना विस्तारित करने का संकल्प लेकर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने पौधों के संरक्षण के लिए उपजाऊ मिट्टी, नियमित सिंचाई की व्यवस्था और मीठे पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की है, जिससे पौधे सही तरीके से पनप सकें।
सामाजिक संस्थाओं का भी सराहनीय सहयोग
वृक्षारोपण अभियान को सफल बनाने में नगर की विभिन्न सामाजिक संस्थाएं भी अपना बहुमूल्य सहयोग दे रही हैं, जिनमें अभिनव कला मंच, वरिष्ठ नागरिक समिति, सोजत सेवा मंडल, पेंशनर समाज, रोशनी फाउंडेशन प्रमुख हैं।
भामाशाह के रूप में भी अनोपसिंह लखावत का योगदान अद्वितीय
अस्पताल, विद्यालय, गौशालाएं और कोरोना काल में की गई सेवाएं आज भी सोजतवासियों के दिलों में लखावत की छवि एक समर्पित समाजसेवी के रूप में बनाए रखती हैं। उनके सामाजिक सरोकारों के कार्यों की सराहना पूर्व काबीना मंत्री लक्ष्मीनारायण दवे, विधायक श्रीमती शोभा चौहान, चैयरमैन मंजू जुगल किशोर निकुंम, वरिष्ठ नागरिक समिति अध्यक्ष सुरेश ओझा, अभिनव कला मंच अध्यक्ष गोरधनलाल गहलोत, सचिव चेतन व्यास, उपाध्यक्ष श्यामलाल व्यास, सोजत सेवा मंडल मंत्री पुष्पत राज मुणोत, पेंशनर समाज अध्यक्ष लालचंद मोहिल, पर्यावरण संरक्षण न्यास अध्यक्ष अजय जोशी, हितेंद्र व्यास, ताराचंद सैनी, भारत विकास परिषद अध्यक्ष देवीलाल सांखला, प्रकाश सोनी, धनपत प्रजापत, मनोहर पालडिया, रामस्वरूप भटनागर, जवरीलाल बौराणा, सत्तु सिंह भाटी,ड़ा रशीद गौरी, अशोक सैन सहित कई गणमान्यजन कर चुके हैं।
यह अभियान न केवल एक हरित सोजत की परिकल्पना को साकार कर रहा है, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ, सुंदर और पर्यावरण-संवेदनशील समाज की नींव भी रख रहा है।