✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
रींगस (सीकर)।
रींगस नगर पालिका के अध्यक्ष हरिशंकर निठारवाल की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। स्थानीय निकाय विभाग (DLB) के उपनिदेशक विनोद पुरोहित ने पालिका अध्यक्ष को गंभीर लापरवाही को लेकर नोटिस जारी किया है। यह नोटिस पट्टा पत्रावलियों का समय पर निस्तारण नहीं करने और आवश्यक बैठकों में अनुपस्थित रहने के आधार पर भेजा गया है।
🔹 UDH मंत्री को मिली थी शिकायत, जांच में हुआ खुलासा
बता दें कि कुछ दिन पूर्व राजस्थान सरकार के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री झाबर सिंह खर्रा रींगस में पौधारोपण कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस दौरान नागरिकों ने मंत्री से कृषि नियमन पट्टे जारी न होने की शिकायत की थी।
शिकायत के आधार पर विभागीय जांच कराई गई, जिसमें 103 कृषि नियमन से जुड़ी पट्टा फाइलें ऐसी पाई गईं, जिन पर पालिका अधिशासी अधिकारी द्वारा हस्ताक्षर कर दिए गए थे, परंतु पालिका अध्यक्ष हरिशंकर निठारवाल ने जानबूझकर इन फाइलों पर हस्ताक्षर नहीं किए।
🔹 लेआउट प्लान बैठक से भी कर रहे हैं किनारा
जांच में यह भी पाया गया कि अध्यक्ष लेआउट प्लान कमेटी की हो रही महत्वपूर्ण बैठकों में लगातार अनुपस्थित रहे हैं, जिसके कारण कई विकास योजनाओं के प्लान अनुमोदन अटके हुए हैं। इससे शहर की कई विकास परियोजनाएं प्रभावित हो रही हैं और आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
🔹 नोटिस में कड़ी चेतावनी: “राजकीय कार्यों में तत्परता नहीं”
नोटिस में विभाग द्वारा कड़े शब्दों में कहा गया है कि –
“आप द्वारा पालिका के राजकीय कार्यों के निष्पादन में पर्याप्त तत्परता नहीं बरती जा रही है, जिससे नागरिकों में पालिका और विभाग की छवि पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। यदि आप तत्कालीन लंबित पत्रावलियों का शीघ्र निस्तारण नहीं करते हैं तो विभागीय स्तर पर कार्रवाई की जाएगी।“
🔹 पालिका की छवि पर पड़ा असर, जनता में नाराजगी
नगरपालिका के इस रवैये से शहरवासियों में गहरा असंतोष है। पट्टा नहीं मिलने से कई परिवारों के मकान का नामांतरण, लोन, निर्माण कार्य जैसे जरूरी काम अटके हुए हैं। अब जब विभाग ने सख्ती दिखाई है तो नागरिकों को उम्मीद है कि फाइलों का शीघ्र निस्तारण होगा।
🔹 क्या होगी अगली कार्रवाई?
यदि पालिका अध्यक्ष समय पर पत्रावलियों का निस्तारण नहीं करते हैं, तो विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की संभावना बन सकती है। इससे पहले भी प्रदेश के अन्य निकायों में लापरवाही बरतने पर अध्यक्षों को निलंबित किया जा चुका है।
रींगस में पट्टा फाइलों पर जानबूझकर हस्ताक्षर न करना, बैठकों में अनुपस्थित रहना और नागरिकों की समस्याओं को नजरअंदाज करना अब पालिका अध्यक्ष हरिशंकर निठारवाल पर भारी पड़ सकता है। डीएलबी की सख्ती के बाद आने वाले दिन प्रशासनिक और राजनीतिक रूप से उनके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।
रींगस नगर की जनता अब नगर विकास को लेकर सजग हो गई है और हर जिम्मेदार अधिकारी से जवाब मांग रही है। ऐसे में प्रशासनिक पारदर्शिता और तत्परता अब समय की मांग बन चुकी है।
अब देखना होगा कि अध्यक्ष नोटिस के बाद क्या स्पष्टीकरण देते हैं और क्या फाइलें तेजी से निस्तारित होती हैं या मामला और तूल पकड़ता है।
✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा