सोजत न्यूज़ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
अब ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन पंजीकरण की प्रक्रिया होगी अधिक सुरक्षित और पारदर्शी, सड़क परिवहन मंत्रालय ने जारी की नई एडवाइजरी
नई दिल्ली | 16 अगस्त 2025:
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए देश भर के सभी ड्राइविंग लाइसेंस धारकों और वाहन मालिकों के लिए एक नई एडवाइजरी जारी की है। इसके अनुसार अब सभी ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्टर्ड वाहनों को संबंधित मालिक के मोबाइल नंबर से लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके साथ ही आधार नंबर के माध्यम से पहचान की पुष्टि (ऑथेन्टिकेशन) भी जरूरी होगी।
🚨 क्यों लिया गया यह फैसला?
मंत्रालय के अनुसार, फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस, डुप्लीकेट रजिस्ट्रेशन और ट्रैफिक नियम उल्लंघन की घटनाओं को रोकने के लिए यह निर्णय लिया गया है। साथ ही, वाहन से जुड़ी सेवाओं और सूचनाओं को सीधे वाहन मालिक तक पहुंचाने की दिशा में यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
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📋 क्या है नई एडवाइजरी का मुख्य बिंदु?
1. ✅ ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन रजिस्ट्रेशन का मोबाइल नंबर से लिंक होना अनिवार्य।
2. ✅ ऑनलाइन सेवाओं का लाभ उठाने के लिए आधार आधारित ऑथेंटिकेशन जरूरी।
3. ✅ RC और DL में दर्ज मोबाइल नंबर को समय रहते अपडेट कराना अनिवार्य होगा।
4. ✅ जो व्यक्ति यह प्रक्रिया पूरी नहीं करेंगे, उन्हें कई सरकारी सेवाओं में परेशानी हो सकती है, जैसे गाड़ी ट्रांसफर, रिन्युअल, या फिटनेस सर्टिफिकेट आदि।
प्रक्रिया कैसे पूरी करें?
1. सरकारी परिवहन पोर्टल या ऐप (जैसे Parivahan Sewa) पर जाकर लॉगिन करें।
2. अपने ड्राइविंग लाइसेंस नंबर और वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करें।
3. संबंधित मोबाइल नंबर दर्ज करें और उसे OTP से वेरिफाई करें।
4. आधार नंबर दर्ज करें और UIDAI से ऑथेन्टिकेशन पूरा करें।
5. सबमिट करने के बाद एक ई-रसीद प्राप्त होगी।
कब से होगा लागू?
यह प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है। हालांकि राज्य सरकारों को इसे लागू करने के लिए एक निश्चित समयावधि (संभावित 3-6 महीने) दी जा सकती है।
⚠️ न मानने पर क्या होगा?
बिना मोबाइल नंबर लिंक किए और आधार से ऑथेन्टिकेशन न कराए जाने पर ड्राइविंग लाइसेंस या वाहन से जुड़ी कई डिजिटल सेवाएं नहीं मिलेंगी।
भविष्य में इन नियमों का पालन न करने वालों पर जुर्माना या लाइसेंस/RC रद्द तक किया जा सकता है।
मंत्रालय का क्या कहना है?
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार,
> “इस फैसले से नागरिकों को समय पर वाहन से जुड़ी सेवाएं, चालान की सूचना, दस्तावेज की वैधता और ट्रैफिक नियमों की जानकारी सीधे मोबाइल पर मिल सकेगी। यह पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देग
✅ यह बदलाव किनके लिए जरूरी?
नए ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वाले
वाहन की खरीद-बिक्री करने वाले
लाइसेंस रिन्युअल या डुप्लीकेट DL लेने वाले
ट्रांसफर ऑफ ओनरशिप या एड्रेस चेंज कराने वाल
सड़क परिवहन मंत्रालय का यह कदम डिजिटल इंडिया और ई-गवर्नेंस को मजबूती देने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। मोबाइल नंबर और आधार से लिंकिंग से न केवल सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता आएगी, बल्कि नागरिकों को भी लंबी कागजी प्रक्रिया से राहत मिलेगी।
यदि आप ड्राइविंग लाइसेंस या वाहन के मालिक हैं, तो जल्द से जल्द यह प्रक्रिया पूरी करें और परेशानी से बचें।
बड़ी खबर:ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्टर्ड गाड़ियों को मोबाइल नंबर और आधार से लिंक करना हुआ अनिवार्य,सड़क परिवहन मंत्रालय ने जारी की नई एडवाइजरी

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