लोगों से हो रही ब्लैकमेलिंग, क्षेत्रवासियों ने की सख्त से सख्त की सजा की मांग
सोजत। सोजत शहर एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों साइबर क्राइम की बढ़ती घटनाओं ने लोगों की नींद हराम कर दी है। साइबर ठग लगातार नए-नए तरीके अपनाकर आमजन को जाल में फंसा रहे हैं। जानकारी के अभाव एवं लापरवाही के कारण कई लोग इनका शिकार बनते जा रहे हैं।
इन दिनों विशेष रूप से 92 कोड वाले अंतरराष्ट्रीय नंबर, जिन्हें पाकिस्तानी सिम कार्ड बताया जा रहा है, से स्थानीय लोगों को फोन कॉल आ रही हैं। इन कॉल्स में पीड़ितों को डराकर, ब्लैकमेल कर पैसों की ठगी की जा रही है। कई पीड़ित इन फोन कॉल्स से मानसिक तनाव और आर्थिक नुकसान झेल रहे हैं।
लोगों का कहना है कि यह उनकी मेहनत की गाढ़ी कमाई की सीधी लूट है। क्षेत्रवासियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं भारत सरकार के संचार मंत्रालय से अपील की है कि ऐसे मामलों में कठोरतम सजा का प्रावधान किया जाए। यहां तक कि मांग की जा रही है कि साइबर क्राइम में लिप्त अपराधियों को फांसी की सजा दी जाए, ताकि आमजन में भय पैदा हो और अपराधी ऐसी हरकतें करने से पहले सौ बार सोचें।
ऐसे होते हैं साइबर क्राइम
साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए अलग-अलग तकनीकें अपनाते हैं।
- भ्रामक संचार (फ़िशिंग स्कैम्स):
अपराधी ईमेल, फोन कॉल या सोशल मीडिया संदेशों का इस्तेमाल करते हैं, जो बैंक, सरकारी एजेंसियों या किसी जानी-मानी संस्था से आते हुए प्रतीत होते हैं। इन संदेशों में लिंक या फाइल होती है, जिस पर क्लिक करने या जानकारी देने पर धोखाधड़ी हो जाती है। - पहचान की चोरी (Identity Theft):
अपराधी किसी की व्यक्तिगत जानकारी जैसे आधार नंबर, जन्मतिथि, बैंक या क्रेडिट कार्ड डिटेल हासिल कर उसका दुरुपयोग करते हैं। इसमें वित्तीय ठगी, मेडिकल धोखाधड़ी, टैक्स फ्रॉड या सोशल मीडिया पर नकली प्रोफाइल बनाकर अपराध करना शामिल है। - ऑनलाइन उत्पीड़न (Online Harassment):
इसमें साइबर बुलिंग, साइबर स्टॉकिंग और किसी व्यक्ति को बार-बार डराने या शर्मिंदा करने जैसी हरकतें शामिल हैं। अपराधी सोशल मीडिया, डेटिंग ऐप्स और ऑनलाइन फ़ोरम का सहारा लेते हैं। कई बार यह उत्पीड़न अश्लील संदेश भेजने, धमकियाँ देने या किसी की निजी तस्वीरें/वीडियो लीक करने तक पहुँच जाता है।
पुलिस की अपील
सोजत पुलिस लगातार आमजन से साइबर क्राइम के प्रति जागरूक रहने की अपील कर रही है। पुलिस का कहना है कि किसी भी अज्ञात नंबर से आने वाली कॉल का जवाब न दें, खासकर यदि वह अंतरराष्ट्रीय कोड से हो। किसी भी परिस्थिति में अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत पुलिस को सूचना दें।