सोजत न्यूज़ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
भारत सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए साल 2025 की छुट्टियों की सूची जारी कर दी है, जिसमें गजेटेड (अनिवार्य) और रेस्ट्रिक्टेड (वैकल्पिक) दोनों तरह की छुट्टियां शामिल हैं। इस लिस्ट के जारी होने से कर्मचारियों को अपने निजी और कार्यालयी कामों की योजना बनाने में आसानी होगी।
गजेटेड (अनिवार्य) छुट्टियां
गजेटेड छुट्टियां देशभर के सभी सरकारी दफ्तरों में लागू होती हैं और इन्हें हर सरकारी कर्मचारी को अनिवार्य रूप से मिलती हैं। साल 2025 में निम्नलिखित अनिवार्य छुट्टियां होंगी:
1. 26 जनवरी – गणतंत्र दिवस
2. 29 मार्च – होली
3. 15 अगस्त – स्वतंत्रता दिवस
4. 2 अक्टूबर – गांधी जयंती
5. 25 दिसंबर – क्रिसमस
इसके अलावा, अन्य क्षेत्रीय त्योहारों और महत्वपूर्ण राष्ट्रीय आयोजनों के अनुसार भी छुट्टियां होंगी, जिन्हें राज्य के अनुसार अलग-अलग दिनों में निर्धारित किया जा सकता है।
रेस्ट्रिक्टेड (वैकल्पिक) छुट्टियां
रेस्ट्रिक्टेड छुट्टियों को कर्मचारी अपनी पसंद के अनुसार ले सकते हैं। यह छुट्टियां धार्मिक त्योहारों, सांस्कृतिक आयोजनों और व्यक्तिगत मान्यताओं के आधार पर तय होती हैं। इनमें से प्रत्येक कर्मचारी को साल में 2 से 3 छुट्टियां लेने की अनुमति होती है।
रेस्ट्रिक्टेड छुट्टियों की सूची में प्रमुख त्योहार शामिल हैं जैसे:
महाशिवरात्रि
महावीर जयंती
ईद-उल-फितर
रक्षाबंधन
दिवाली
गुरु नानक जयंती
इस व्यवस्था से कर्मचारी अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं, जिससे कार्यस्थल पर संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है।
छुट्टियों की सूची के फायदे
केंद्रीय सरकार द्वारा छुट्टियों की सूची पहले से जारी करने का उद्देश्य यह है कि सभी कर्मचारी पहले से ही अपने कार्य और निजी कार्यक्रमों की योजना बना सकें। इससे उनकी उत्पादकता में वृद्धि होती है और वे तनावमुक्त रह सकते हैं।
सरकार का यह कदम कर्मचारियों के कल्याण के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिससे कार्यस्थल पर उत्साह और सकारात्मक माहौल बना रहता है।