✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
उल्टी होना एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है, जो शरीर से विजातीय पदार्थों को बाहर निकालती है। लेकिन कभी-कभी यह समस्या ज्यादा गंभीर हो जाती है, जैसे संक्रमण, गर्मी, सफर के दौरान या गर्भावस्था के दौरान। ऐसे में बार-बार उल्टियां शरीर को कमजोर बना देती हैं। दवाओं के अलावा, घरेलू उपाय न केवल प्रभावी होते हैं बल्कि तुरंत राहत देने में सक्षम भी हैं।
हम यहां आपके लिए लाए हैं लौंग, धनिया, नींबू और अन्य प्राकृतिक सामग्रियों से बने ऐसे उपाय, जो न केवल उल्टी को रोकते हैं, बल्कि शरीर को शांत और स्वस्थ बनाए रखते हैं।
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लौंग: तुरंत राहत का प्रभावी उपाय
1. उल्टी रोकने का आसान नुस्खा
तैयारी:
दो लौंग को कूटकर 100 ग्राम पानी में डालें और इसे उबालें। जब पानी आधा रह जाए, तो इसे छान लें।
सेवन:
इसमें स्वाद के अनुसार मिश्री मिलाएं और इसे पीने के बाद करवट लेकर सो जाएं।
परिणाम:
दिन में चार घंटे के अंतराल पर इसे चार बार पीने से उल्टी और जी मिचलाना पूरी तरह ठीक हो जाएगा।
2. सफर के दौरान उल्टियों के लिए लौंग का उपयोग
सफर में उल्टी रोकने के लिए, एक लौंग को मुंह में रखकर धीरे-धीरे चूसें। यह उपाय सफर के दौरान मिचली और उल्टी रोकने में बेहद फायदेमंद है।
3. गर्भावस्था की उल्टियों में लाभकारी
दो लौंग को मिश्री के साथ पीसकर आधा कप गर्म पानी में मिलाकर पिलाने से गर्भवती महिलाओं को उल्टी और मिचली में तुरंत राहत मिलती है।
4. जी मिचलाने पर लौंग का पानी
दो लौंग को 30 ग्राम पानी में हल्का गर्म करें और पिलाएं। इससे न केवल जी मिचलाना ठीक होता है, बल्कि बदहजमी और चक्कर की समस्या भी समाप्त होती है।
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धनिया और मिश्री का प्रयोग: गर्मी और उल्टी का समाधान
तेज गर्मी से होने वाली समस्याओं के लिए:
तैयारी:
12 ग्राम धनिया (करीब तीन चम्मच) को 250 ग्राम पानी में एक घंटे के लिए भिगो दें।
सेवन:
इसे छानकर स्वाद के लिए मिश्री मिलाएं। बच्चों को एक चम्मच और बड़ों को 30 ग्राम की मात्रा दें।
लाभ:
यह गर्मी से होने वाली उल्टी, चक्कर और दिल की धड़कन को सामान्य करता है। गर्भवती महिलाओं को भी इससे फायदा होता है।
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नींबू और सेंधा नमक का चमत्कारी असर
उल्टी और मिचली में त्वरित राहत:
तरीका:
एक कागजी नींबू को दो भागों में काटें और इसमें सेंधा नमक और काली मिर्च लगाएं। इसे धीरे-धीरे चूसें।
परिणाम:
कुछ ही मिनटों में जी मिचलाना, उल्टी और चक्कर जैसी समस्याएं खत्म हो जाएंगी।
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खास उपाय: उबकाई और बदहजमी को दूर करने के लिए
लौंग और मिश्री का मिश्रण:
तैयारी:
पांच लौंग और 10 ग्राम मिश्री को पीसकर 30 ग्राम पानी में मिलाएं।
सेवन:
इसे पीने से उबकाई और बदहजमी की समस्या समाप्त हो जाती है।
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रक्तवमन (खून की उल्टी) के लिए उपाय
तरीका:
जीरा (3 ग्राम) और मिश्री (6 ग्राम) का चूर्ण बनाकर पानी के साथ फांकें।
लाभ:
इससे रक्तवमन, जी मिचलाना और अरुचि जैसी समस्याएं समाप्त होती हैं।
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कठिन वमन (Severe Vomiting) के लिए चुने का पानी
चुने का पानी और दूध का मिश्रण:
एक चम्मच चुने का पानी और 125 ग्राम दूध को मिलाकर दिन में दो बार पिएं।
यह उपाय बुखार या गंभीर संक्रमण के कारण होने वाली उल्टियों को भी रोकने में सहायक है।
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सावधानियां:
1. लौंग का ज्यादा सेवन न करें, क्योंकि यह गर्म प्रकृति का होता है। अधिक सेवन से बवासीर या अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
2. गर्भवती महिलाएं किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
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घरेलू उपाय न केवल सरल और प्रभावी हैं, बल्कि सुरक्षित भी हैं। ये नुस्खे उल्टियों से राहत देने के साथ-साथ शरीर को संक्रमण और गर्मी के प्रभाव से बचाते हैं।
❖ विशेष:
समय पर इन उपायों को अपनाएं और स्वस्थ जीवन जिएं।