✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
प्रदेश की संवेदनशील सरकार की अनूठी पहल: मुख्यमंत्री आयुष्मान बाल सम्बल योजना
दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित बच्चों का होगा 50 लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज
दुर्लभ बीमारी से पीड़ित बालक-बालिकाओं को 5 हजार रुपये प्रतिमाह आर्थिक सहायता
जयपुर/सोजत, 19 दिसंबर।
राजस्थान सरकार ने दुर्लभ बीमारियों से जूझ रहे बच्चों को राहत देने के लिए मुख्यमंत्री आयुष्मान बाल सम्बल योजना की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में यह योजना संपूर्ण राज्य में लागू की गई है। इसका उद्देश्य दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित बालक-बालिकाओं को बेहतर उपचार, देखभाल और आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
योजना का उद्देश्य और लाभ
जिला परिवीक्षा एवं समाज कल्याण अधिकारी घेवरचंद प्रजापत ने जानकारी दी कि यह योजना उन बीमारियों के लिए बनाई गई है, जो भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की राष्ट्रीय दुर्लभ बीमारियां नीति 2021 के तहत सूचीबद्ध हैं।
मुख्य बिंदु:
1. निःशुल्क इलाज:
योजना के तहत दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को 50 लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज प्रदान किया जाएगा।
इस सीमा को क्राउड फंडिंग के माध्यम से बढ़ाया भी जा सकता है।
2. मासिक आर्थिक सहायता:
दुर्लभ बीमारी से पीड़ित बच्चों को 5 हजार रुपये प्रति माह की आर्थिक सहायता भी दी जाएगी।
3. आय सीमा का प्रावधान नहीं:
माता-पिता या पालकों की आय सीमा योजना के तहत पात्रता को प्रभावित नहीं करेगी।
लाभार्थी राजस्थान का मूल निवासी हो या पिछले तीन वर्षों से राजस्थान में निवासरत हो।
सक्षम चिकित्सा अधिकारी द्वारा दुर्लभ बीमारी से पीड़ित होने का प्रमाण पत्र आवश्यक होगा।
जनाधार प्रमाणीकरण होने पर अलग से दस्तावेज अपलोड करने की आवश्यकता नहीं होगी।
आवेदन प्रक्रिया
योजना का लाभ लेने के लिए पात्र व्यक्ति नजदीकी ई-मित्र केंद्र या मुख्यमंत्री आयुष्मान पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
राज्य सरकार की प्रतिबद्धता
योजना के तहत दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित बच्चों के इलाज और उनकी देखभाल की संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार ने अपने कंधों पर ली है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा इन बच्चों और उनके परिवारों को समय पर सहायता उपलब्ध कराने के लिए एक दुर्लभ बीमारी निधि की स्थापना की गई है।
मुख्यमंत्री आयुष्मान बाल सम्बल योजना एक दूरदर्शी और मानवीय पहल है, जो दुर्लभ बीमारियों से जूझ रहे बच्चों और उनके परिवारों के जीवन में एक नई उम्मीद की किरण लेकर आई है। यह योजना न केवल बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगी, बल्कि उनके परिवारों को आर्थिक और भावनात्मक मजबूती भी देगी।