टोंक। देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के दौरान एसडीएम के साथ हुए थप्पड़ कांड के बाद जेल में बंद निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के समर्थन में अब बड़ा जनआंदोलन खड़ा होने जा रहा है। उनकी रिहाई की मांग को लेकर आगामी 29 दिसंबर को टोंक जिले के नगरफोर्ट में महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने मीणा परिवार और समर्थकों को भरोसा दिलाया है कि इस मामले में न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
क्या है थप्पड़कांड मामला?
13 नवंबर को देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव के दौरान समरावता गांव में मतदान केंद्र पर विवाद हुआ। इस विवाद में आरोप है कि नरेश मीणा ने ड्यूटी पर मौजूद एसडीएम अमित कुमार चौधरी को थप्पड़ मारा। घटना के बाद एसडीएम ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया, जिसके चलते नरेश मीणा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
इस घटना के बाद नरेश मीणा, जिन्होंने कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था, को निशाने पर लिया गया। उनकी गिरफ्तारी और जेल में बंद करने की कार्रवाई को लेकर उनके समर्थकों में आक्रोश है।

थप्पड़कांड में फंसे नरेश मीणा के समर्थन में हनुमान बेनीवाल, महापंचायत में दिखेगी ताकत!
महापंचायत में जुटेगा जनसैलाब
नरेश मीणा की रिहाई के लिए 29 दिसंबर को टोंक जिले के नगरफोर्ट में महापंचायत का आयोजन होगा।
- इस महापंचायत में किसानों, युवाओं और उनके समर्थकों का बड़ा जमावड़ा देखने को मिलेगा।
- नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस आयोजन को अपना समर्थन दिया है और मीणा परिवार के साथ खड़े रहने का वादा किया है।
हनुमान बेनीवाल ने दिया समर्थन
- परिजनों से मुलाकात: नागौर सांसद ने जयपुर स्थित अपने आवास पर नरेश मीणा के पुत्र और परिजनों से मुलाकात की।
- समर्थन का भरोसा: उन्होंने स्पष्ट किया कि ग्रामीणों के साथ हुए अन्याय को न्याय दिलाने का प्रयास करेंगे।
- पुलिस कार्रवाई का मुद्दा: हनुमान बेनीवाल ने उन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की, जिन्होंने ग्रामीणों के साथ कथित बदसलूकी की।
पहले भी हुई महापंचायत
8 दिसंबर को चौथ का बरवाड़ा, सवाई माधोपुर में एक महापंचायत का आयोजन हुआ था।
- किसान महासभा द्वारा आयोजित इस महापंचायत में बड़ी संख्या में युवा शामिल हुए।
- युवाओं ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि अगर नरेश मीणा को न्याय नहीं मिला, तो बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा।
- महापंचायत में नरेश मीणा और उनके समर्थकों की रिहाई की मांग को प्रमुखता से उठाया गया।
आंदोलन का माहौल
मीणा समुदाय और समर्थक इस मामले को लेकर लामबंद हो रहे हैं।
- महापंचायत में बड़ी संख्या में किसान, युवा और सामाजिक संगठनों के जुड़ने की उम्मीद है।
- आगामी आंदोलन को लेकर प्रशासन सतर्क है और स्थिति पर नजर रख रहा है।