मणिपुर में हिंसा पर गहलोत का कड़ा रुख
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन वीरेन सिंह द्वारा माफी मांगने के मामले में कड़ी प्रतिक्रिया दी है। गहलोत ने कहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक रूप से जो माफी मांगी है, वह ‘माफ करने योग्य नहीं’ है। उनका कहना था कि मणिपुर में दो साल से चली आ रही हिंसा और अत्याचारों को देखते हुए मुख्यमंत्री को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए थी, और माफी मांगने में इतनी देरी से कोई असर नहीं पड़ता।

“पूर्व सीएम अशोक गहलोत का बड़ा बयान: मणिपुर के सीएम माफ करने योग्य नहीं”
गहलोत ने यह भी कहा कि मणिपुर में हुई हिंसा के दौरान महिलाओं के साथ बलात्कार, फायरिंग, और अन्यायपूर्ण अत्याचार हुए, जबकि भारत सरकार ने इस मामले में कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया। गहलोत ने कहा कि यह पूरी तरह से मणिपुर के मुख्यमंत्री और सरकार की जिम्मेदारी है कि वे इस मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई करते और जिम्मेदार नेताओं को कठोर जवाबदेही में लाते।
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए था, क्योंकि मणिपुर में इतने बड़े पैमाने पर हिंसा और मौतें हुईं, जिसमें 250 लोग मारे गए। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री समय रहते कार्रवाई करते, तो कम से कम उनका मान-सम्मान बचा रहता, लेकिन अब उनकी माफी और तात्कालिक कार्रवाई दोनों की कोई अहमियत नहीं बची।
प्रधानमंत्री मोदी पर हमला
गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला और कहा कि मोदी को मणिपुर जाने की जरूरत थी, ताकि वहां की स्थिति को देख सकें और प्रभावित लोगों के साथ संवेदना व्यक्त कर सकें। गहलोत ने कहा कि मोदी सरकार ने मणिपुर के मामले में पूरी तरह से अनदेखी की और इसपर कोई गंभीर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि अगर मोदी मणिपुर जाते तो उनकी एक अलग छवि बनती, लेकिन उन्होंने तो सिर्फ थाली बजवाकर और तालियां करवाकर अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश की।
कांग्रेस की अहमियत पर गहलोत का बयान
गहलोत ने इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंडियन (INDI) गठबंधन में कांग्रेस की अहमियत पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बिना कोई भी विपक्षी गठबंधन सफल नहीं हो सकता। गहलोत ने आम आदमी पार्टी (AAP) की उस मांग का विरोध किया, जिसमें वह कांग्रेस को INDI गठबंधन से बाहर करने की बात कर रहे थे। गहलोत ने कहा कि हर पार्टी को चुनाव जीतने की इच्छा होती है, और इसलिए वह समय-समय पर इस तरह के बयान देती रहती है, लेकिन इसका कोई ठोस आधार नहीं है।
गहलोत ने कहा कि कांग्रेस को हटाने की बात करने वाले लोग खुद यह जानते हैं कि INDI गठबंधन में एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस है, और उसके बिना कोई विपक्षी गठबंधन काम नहीं कर सकता।
किसान आंदोलन पर गहलोत का बयान
किसान आंदोलन के मुद्दे पर गहलोत ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार को किसानों से तुरंत बातचीत शुरू करनी चाहिए। गहलोत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट भी किसानों के पक्ष में टिप्पणी कर रहा है और पंजाब सरकार को भी यह सलाह दी जा रही है कि वह किसानों का इलाज शुरू करें। गहलोत ने यह भी कहा कि किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं और उनका मान-सम्मान बचाने के लिए सरकार को जल्द से जल्द किसानों से बातचीत करनी चाहिए।
उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल को जल्द से जल्द बुलाकर उनकी समस्याओं का समाधान निकाला जाए। गहलोत ने कहा कि किसानों के संघर्ष के पीछे लाखों लोगों की उम्मीदें जुड़ी हैं और उनकी बातों को सुनकर उन्हें सम्मान देना चाहिए।