सोजत। प्रथम शिक्षिका माता सावित्रीबाई फुले की जयंती के उपलक्ष्य में माली सैनी अधिकारी एवं कर्मचारी कल्याण संस्था और माली समाज सोजत द्वारा एक भव्य शैक्षिक और सामाजिक सेमिनार का आयोजन किया गया। यह आयोजन माली समाज चौधरी फुले रत्न तारा चंद टाक सैनी, लुंबा राम सांखला, भैरा राम, संस्था अध्यक्ष मिश्री लाल सांखला और संरक्षक सोहन लाल टाक के सानिध्य में सम्पन्न हुआ।
सावित्रीबाई फुले का प्रेरणादायक जीवन परिचय
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता और फुले रत्न सम्मान से सम्मानित तारा चंद टाक सैनी ने सावित्रीबाई फुले के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने अपने संघर्षमय जीवन से समाज को शिक्षा और समानता का मार्ग दिखाया। उनके विचार आज भी समाज को विकास की दिशा में प्रेरित करते हैं।
सामाजिक कुरीतियों को मिटाने का आह्वान
वक्ता महेंद्र पालरिया ने फुले दंपति के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि समाज को बाल विवाह, नशाखोरी और मृत्यु भोज जैसी कुरीतियों को समाप्त करने के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रत्येक परिवार को अपने स्तर पर इन बुराइयों को रोकने का प्रयास करना चाहिए।
महिला सशक्तिकरण और शिक्षा की दिशा में सुधार
सामाजिक चिंतक विप्लव टाक ने महिला सशक्तिकरण के लिए समाज में सुधारात्मक कदम उठाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को समान अवसर प्रदान करने से समाज प्रगति के नए आयाम छू सकता है।
तकनीकी शिक्षा का महत्व
प्रेम चंद परिहार ने समाज को शिक्षित होने के साथ-साथ तकनीकी ज्ञान का उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पेशेवर कार्यों में तकनीक के समावेश से समाज की प्रगति सुनिश्चित की जा सकती है।
कविता के माध्यम से प्रेरणा
इस अवसर पर युवा कवयित्री झिलमिल सांखला ने अपनी प्रेरणादायक कविताओं के माध्यम से युवाओं को शिक्षा और जागरूकता के महत्व को समझाया।
सदस्यों की उपस्थिति और मंच संचालन
इस कार्यक्रम में हरिकिशन चौहान, मंत्री ओमप्रकाश सोलंकी, मांगी लाल चौहान, भंवर लाल भाटी, सूरज प्रकाश, जितेंद्र गहलोत, सुरेश सांखला, विप्लव टाक, सुनील सांखला और अनिल सैनी सहित कई गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे। मंच संचालन ओमप्रकाश सोलंकी ने किया।
कार्यक्रम के समापन पर सामूहिक रूप से समाज सुधार और सावित्रीबाई फुले के आदर्शों को अपनाने का संकल्प लिया गया।