जयपुर। 20 दिसंबर को दिल्ली-अजमेर हाईवे पर भांकरोटा के पास हुए गैस टैंकर हादसे में पीड़ित परिवारों और घायलों को अब राहत मिलने लगी है। जयपुर जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री सहायता कोष, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और अन्य योजनाओं के माध्यम से प्रभावितों के बैंक खातों में मुआवजा राशि हस्तांतरित कर दी है। इस हादसे में 20 लोगों की मौत और 24 लोग घायल हुए थे। जिला प्रशासन ने संवेदनशीलता दिखाते हुए मुआवजा वितरण प्रक्रिया को प्राथमिकता से पूरा किया।

दिल्ली-अजमेर हाईवे पर भांकरोटा में गैस टैंकर हादसा: मृतकों और घायलों के परिजनों के खाते में पहुंची सहायता राशि
मृतकों के परिजनों को मिली बड़ी राहत
- मुख्यमंत्री सहायता कोष से राहत:
- 20 मृतकों के परिजनों को कुल 1 करोड़ रुपये (प्रति मृतक 5 लाख) प्रदान किए गए।
- BPCL द्वारा मुआवजा:
- 1 करोड़ 20 लाख रुपये (प्रति मृतक 6 लाख) मृतकों के परिजनों को दिए गए।
- आयुष्मान दुर्घटना बीमा योजना का लाभ:
- इस योजना के तहत 11 मृतकों के परिजनों को अतिरिक्त 55 लाख रुपये (प्रति मृतक 5 लाख) की राशि हस्तांतरित की गई।
- राष्ट्रीय राहत कोष से सहायता:
- जिला प्रशासन ने राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के लिए 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता के लिए प्रक्रिया पूरी कर ली है।
घायलों को आर्थिक मदद
- मुख्यमंत्री सहायता कोष से राहत:
- 24 घायलों को कुल 24 लाख रुपये (प्रति घायल 1 लाख) प्रदान किए गए।
- BPCL द्वारा मुआवजा:
- घायलों को BPCL ने 48 लाख रुपये (प्रति घायल 2 लाख) मुआवजे के रूप में दिए।
- राष्ट्रीय राहत कोष:
- प्रत्येक घायल को 50,000 रुपये की सहायता राशि देने की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है।
घटनास्थल पर संवेदनशीलता और तेजी से काम
इस दर्दनाक हादसे के बाद जिला प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई शुरू की।
- प्रशासन ने मृतकों और घायलों के परिवारों से संपर्क कर मुआवजा वितरण सुनिश्चित किया।
- अधिकारियों ने पूरी पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ वैरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी की।
- मृतकों के परिजनों और घायलों को किसी प्रकार की देरी का सामना न करना पड़े, इसके लिए प्रशासन ने विशेष टीम बनाई।
हादसे का कारण और प्रशासन की प्रतिक्रिया
20 दिसंबर को भांकरोटा के पास दिल्ली-अजमेर हाईवे पर हुए इस हादसे में गैस टैंकर अनियंत्रित होकर पलट गया था, जिससे बड़ा विस्फोट हुआ और कई वाहन चपेट में आ गए।
- तत्काल राहत कार्य:
- हादसे के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू किए गए।
- पुलिस और फायर ब्रिगेड ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आग पर काबू पाया।
- मृतकों की पहचान और घायलों का इलाज:
- हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की पहचान कर उनके परिवारों को सूचित किया गया।
- घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
प्रभावित परिवारों के लिए आगे की योजनाएं
- जिला प्रशासन ने प्रभावित परिवारों के पुनर्वास और आजीविका के लिए भी योजनाएं शुरू करने की घोषणा की है।
- मुख्यमंत्री सहायता कोष और अन्य योजनाओं के तहत अतिरिक्त सहायता प्रदान करने की योजना बनाई जा रही है।