गाजियाबाद। एक अनोखे और चर्चित मामले में, एक मैकेनिकल इंजीनियर पति द्वारा महिलाओं की तरह जीवन जीने की आदतों के चलते पत्नी ने तलाक का फैसला किया। इस घटना ने न केवल परिवार बल्कि गाजियाबाद के कोर्ट परिसर में भी चर्चा का विषय बना दिया है।
शादीशुदा जिंदगी में आया मोड़
गाजियाबाद निवासी महिला की शादी 2013 में एक मैकेनिकल इंजीनियर से हुई थी। शादीशुदा जिंदगी शुरू में खुशहाल रही और 2017 में उनके घर एक बेटा भी हुआ। सब कुछ सामान्य चल रहा था, लेकिन 2021 में पति की बेंगलुरु पोस्टिंग ने उनकी जिंदगी में बड़ा मोड़ ला दिया।
बेंगलुरु से लौटने के बाद, पति का व्यवहार अचानक बदल गया। उसने पत्नी से कहा कि वह महिलाओं की तरह साड़ी पहनना और मेकअप करना चाहता है। शुरुआत में पत्नी ने इसे मजाक समझा, लेकिन जल्द ही पति ने अपनी बातों को व्यवहार में बदल दिया।
पति ने अपनाई महिलाओं की आदतें
पति ने महिलाओं की तरह कपड़े पहनना और मेकअप करना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, उसने अपने आधार कार्ड में नाम भी बदलवा लिया और लिंग परिवर्तन के लिए डॉक्टरी प्रक्रिया शुरू कर दी।
पत्नी ने पति को समझाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह अपनी आदतों और इच्छाओं से पीछे हटने को तैयार नहीं हुआ। परिवार और रिश्तेदारों ने भी इंजीनियर पति को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
तलाक का फैसला और सहमति
आखिरकार, पत्नी ने पति को तलाक के लिए मनाया। दोनों ने सहमति से गाजियाबाद की अदालत में तलाक की अर्जी दाखिल की। कोर्ट के रिकॉर्ड के अनुसार, यह मामला गाजियाबाद में अपनी तरह का पहला मामला है।
परिवार और समाज की प्रतिक्रिया
पति के व्यवहार से परिवार ने भी दूरी बना ली है। पत्नी ने निजी कंपनी में नौकरी शुरू कर दी है और पति ने खर्च के लिए 18 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी है। पति ने अपनी पोस्टिंग बेंगलुरु में करा ली है, जहां वह अपने लिंग परिवर्तन की प्रक्रिया पूरी कर रहा है।
अदालत का फैसला जल्द
गाजियाबाद की अदालत में इस तलाक की अर्जी पर इसी महीने फैसला होने की संभावना है। इस घटना ने लोगों के बीच बहस छेड़ दी है कि कैसे व्यक्तिगत इच्छाएं और पहचान का संघर्ष रिश्तों को प्रभावित कर सकते हैं।
यह मामला समाज के बदलते दृष्टिकोण और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के प्रति सोचने पर मजबूर करता है।