जयपुर: राजस्थान में चिकित्सा विभाग के तहत दो दर्जन से अधिक Chief Medical and Health Officers (CMHO) पर कार्रवाई की गाज गिरने जा रही है। ये कार्रवाई उन अधिकारियों के खिलाफ होगी जिन्होंने ANM (Auxiliary Nurse Midwife) के रिक्त पदों की गलत सूचना भेजी, जिससे 96 नवचयनित ANM की पोस्टिंग में परेशानी उत्पन्न हो गई है। यह लापरवाही चिकित्सा व्यवस्था को प्रभावित करने का कारण बनी है।

जयपुर: दो दर्जन से अधिक CMHO पर गिरेगी कार्रवाई की गाज, ANM पदों की गलत सूचना भेजने में लापरवाही
चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए उच्च अधिकारियों से त्वरित कदम उठाने को कहा है।
इस मामले में निदेशक अराजपत्रित, राकेश कुमार शर्मा ने निदेशक जनस्वास्थ्य को पत्र लिखा है। पत्र में 25 जिलों के CMHO का जिक्र किया गया है, जिनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की गई है। इन जिलों में शामिल हैं: अलवर, अनुपगढ़, बालोतरा, बांसवाड़ा, बारां, बाड़मेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, दौसा, डूंगरपुर, गंगापुरसिटी, हनुमानगढ़, जयपुर द्वितीय, झालावाड़, जोधपुर ग्रामीण, करौली, कोटा, फलौदी, सलूम्बर, सवाईमाधोपुर, शाहपुरा, सिरोही, टोंक और उदयपुर।
यह गलत सूचना ANM के रिक्त पदों से जुड़ी थी, जिसे विभाग ने गलत तरीके से भेजा था, जिससे भर्ती प्रक्रिया में दिक्कतें आईं। सरकार और चिकित्सा विभाग द्वारा इसे गंभीरता से लिया गया है और जल्द ही इन CMHO के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कार्रवाई का असर
यह मामला न केवल सरकारी अधिकारियों के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं के संचालन में सुधार की आवश्यकता को भी उजागर करता है। ANM की भर्ती प्रक्रिया में इस प्रकार की लापरवाही से स्वास्थ्य सेवा के वितरण में गड़बड़ी हो सकती है, जो आम जनता पर सीधा असर डालता है। मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री ने इसे तुरंत संज्ञान में लिया है, और इस पर जल्द ही कार्रवाई होने की संभावना है।
आने वाले दिनों में इस मामले की सुनवाई के बाद यह देखा जाएगा कि इन CMHO पर किस प्रकार की कार्रवाई की जाती है और क्या यह राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार का कारण बनेगा।