लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने अर्थव्यवस्था के विभिन्न सूचकांकों का हवाला देते हुए दावा किया कि देश की अर्थव्यवस्था का पहिया आम लोगों की मेहनत से चल रहा है, लेकिन इसका मुनाफा सिर्फ कुछ गिने-चुने कॉर्पोरेट घरानों को मिल रहा है। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा, “मोदी जी के विकसित भारत की सच्चाई: मेहनत आपकी, मुनाफा किसका?”

अमीरों का कर्ज माफ, मध्यम वर्ग का जीना हराम: राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला
ग़रीब और मध्यम वर्ग पर भारी ‘हानिकारक’ जीएसटी और आयकर
राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार की “हानिकारक” जीएसटी और आयकर नीतियों ने गरीब और मध्यम वर्ग का जीना दूभर कर दिया है। उनका आरोप है कि इन नीतियों की वजह से वेतनभोगी और मेहनतकश वर्ग अपनी मूलभूत ज़रूरतों को पूरा करने के लिए भी कर्ज लेने पर मजबूर हो गया है। दूसरी ओर, सरकार बड़े कॉर्पोरेट घरानों का कर्ज माफ कर रही है। उन्होंने पूछा, “क्या देश की मेहनतकश जनता को उनकी मेहनत का उचित हिस्सा मिल रहा है?”
विनिर्माण क्षेत्र और रोजगार पर चिंता
राहुल गांधी ने दावा किया कि विनिर्माण क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में हिस्सेदारी 60 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुकी है। इससे न केवल अर्थव्यवस्था कमजोर हो रही है, बल्कि रोजगार के अवसर भी लगातार कम होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस वजह से युवाओं को रोजगार के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
कृषि क्षेत्र में किसानों की बदहाली
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कृषि क्षेत्र की स्थिति पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों ने किसानों और खेत मजदूरों की हालत खराब कर दी है। उन्होंने कहा, “किसान और खेत मजदूर मुश्किल से अपना गुज़ारा कर पा रहे हैं। उनकी आय में कोई बढ़ोतरी नहीं हो रही है, जबकि महंगाई आसमान छू रही है। पिछले पांच वर्षों में श्रमिकों की वास्तविक आमदनी या तो स्थिर रही है या कम हुई है। यह स्थिति बेहद चिंताजनक है।”
महंगाई और असमानता पर निशाना
महंगाई का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह अब केवल गरीबों तक सीमित नहीं है, बल्कि मध्यम वर्ग भी इसकी चपेट में है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के कार्यकाल में आर्थिक असमानता तेजी से बढ़ी है। राहुल गांधी ने कहा, “वास्तविक विकास वह है जहां सबकी उन्नति हो। व्यवसाय के लिए निष्पक्ष माहौल बने, उचित कर व्यवस्था लागू हो और श्रमिकों की आमदनी में बढ़ोतरी हो। तभी देश समृद्ध और मजबूत बनेगा।”
समाज के हर वर्ग को समान अवसर देने की मांग
राहुल गांधी ने सरकार से मांग की कि वह ऐसी आर्थिक नीतियां बनाए, जो गरीबों, मध्यम वर्ग और किसानों को ध्यान में रखकर बनाई गई हों। उन्होंने कहा कि “देश को समृद्ध बनाने के लिए यह जरूरी है कि हर व्यक्ति को उसकी मेहनत का पूरा लाभ मिले। कॉर्पोरेट घरानों को राहत देना बंद किया जाए और गरीबों की स्थिति सुधारने पर ध्यान दिया जाए।”
वास्तविक विकास की परिभाषा
राहुल गांधी ने कहा, “वास्तविक विकास वह है जिसमें समाज के हर वर्ग को बराबरी का मौका मिले। जब तक श्रमिकों की आमदनी नहीं बढ़ती और मध्यम वर्ग को आर्थिक सुरक्षा नहीं मिलती, तब तक देश का विकास अधूरा है।”
राहुल गांधी का संदेश: सोचिए और सवाल उठाइए
अपने पोस्ट के अंत में राहुल गांधी ने लोगों से अपील की कि वे सरकार की नीतियों पर सवाल उठाएं। उन्होंने कहा, “आप सभी के खून-पसीने से देश की अर्थव्यवस्था चल रही है। लेकिन क्या आपको इसका उचित हिस्सा मिल रहा है? जरा सोचिए।”