महाराष्ट्र के नालासोपारा इलाके में लंबे समय तक अंडरवर्ल्ड का दबदबा रहा था, लेकिन अब वह अतीत की बात हो चुकी है। नालासोपारा, जिसे कभी दाऊद इब्राहिम की ‘डी कंपनी’ का गढ़ माना जाता था, अब वहां अवैध कब्जों और अपराधियों की बची-खुची निशानियों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। इसे ‘देवा भाऊ का बुलडोजर’ नाम दिया गया है। सरकार ने अवैध निर्माणों के खिलाफ एक बड़े अभियान की शुरुआत की है, जिसमें नालासोपारा की 34 अवैध इमारतें जमींदोज की जाएंगी।
दाऊद का गढ़ अब इतिहास बनने की कगार पर
नालासोपारा के वे इलाके, जहां कभी दाऊद इब्राहिम के गुर्गे खुलेआम घूमते थे और युवाओं को ब्रेनवॉश कर अंडरवर्ल्ड में झोंक देते थे, अब वहां सरकार का पीला पंजा चल रहा है। महाराष्ट्र में महायुति सरकार बनने के बाद अवैध कब्जों और अपराधियों की संपत्तियों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है।

नालासोपारा में गरजा ‘देवा भाऊ’ का बुलडोजर: दाऊद के गढ़ में 34 इमारतें होंगी जमींदोज, अवैध कब्जों पर बड़ा एक्शन
41 इमारतों में से 34 पर कार्रवाई बाकी
नालासोपारा में कुल 41 अवैध इमारतों की पहचान की गई थी। इनमें से 7 इमारतों पर पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है। लेकिन स्थानीय विरोध के कारण बाकी 34 इमारतों को अभी तक गिराया नहीं गया था। अब सरकार ने इन इमारतों को भी जमींदोज करने का फैसला किया है। 23 जनवरी से शुरू हुआ यह अभियान अगले 5 दिनों तक चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगा।
स्थानीय लोगों का विरोध, महिलाएं मांग रही हैं घर के बदले घर
जिन इमारतों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है, उनमें रहने वाले लोगों ने विरोध जताया है। कई महिलाएं और परिवार कह रहे हैं कि वे यहां 15 वर्षों से रह रहे हैं और उनके पास बिजली मीटर, पानी के बिल और मकान का एग्रीमेंट भी है। एक महिला ने कहा, “हम गरीब लोग हैं, हमारे पास किराया देने तक के पैसे नहीं हैं। हमें घर के बदले घर चाहिए।”
लोगों का यह भी कहना है कि जब वे यहां वर्षों से रह रहे थे, तब महानगर पालिका ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की।
कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिसबल तैनात
अभियान के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सैकड़ों पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई सिर्फ अवैध निर्माणों पर हो रही है और इसे पूरी पारदर्शिता के साथ अंजाम दिया जा रहा है।
‘देवा भाऊ का बुलडोजर’ भेज रहा है बड़ा संदेश
यह अभियान सिर्फ अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई तक सीमित नहीं है। यह उन अपराधियों और अंडरवर्ल्ड डॉनों के खिलाफ एक कड़ा संदेश भी है, जिन्होंने कभी इन इलाकों पर राज किया था। देवा भाऊ का बुलडोजर यह संदेश दे रहा है कि अब मुंबई और इसके आसपास दाऊद की दहशत का कोई नामो-निशान नहीं रहेगा।
बुलडोजर एक्शन: योगी मॉडल से महाराष्ट्र तक
अवैध निर्माणों के खिलाफ बुलडोजर की कार्रवाई सबसे पहले उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में शुरू हुई थी। इसके बाद यह अभियान मध्य प्रदेश तक पहुंचा और अब महाराष्ट्र में भी बुलडोजर गरज रहा है। ‘देवा भाऊ का बुलडोजर’ महाराष्ट्र में अवैध निर्माणों और अपराधियों के खिलाफ चल रही इस मुहिम का प्रतीक बन गया है।
दाऊद की दहशत का ‘द एंड’
नालासोपारा में हो रही यह कार्रवाई दाऊद के अंडरवर्ल्ड साम्राज्य के खात्मे का प्रतीक है। एक समय था जब इस इलाके में अंडरवर्ल्ड का खौफ था, लेकिन अब इन इमारतों के साथ दाऊद की बाकी बची हुई परछाइयों को भी मिटाया जा रहा है।
यह बुलडोजर एक्शन सिर्फ इमारतें नहीं गिरा रहा, बल्कि यह अपराध और अंडरवर्ल्ड के खिलाफ लड़ाई का नया अध्याय लिख रहा है।