सोजत न्यूज़ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा

प्रयागराज – महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने इस हादसे को हृदय विदारक बताया और मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। योगी ने कहा कि घटना की निष्पक्ष जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग गठित किया गया है, जो समय सीमा के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगा।
भावुक हुए योगी, बोले- यह घटना अत्यंत दुखद
सीएम योगी जब घटना पर बोल रहे थे, तो वह काफी भावुक नजर आए। उन्होंने कहा, “मैं इस घटना से बहुत दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं सभी मृतकों के परिवारों के साथ हैं। सरकार पूरी तरह से प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है।” उन्होंने मुख्य सचिव और डीजीपी को खुद प्रयागराज जाकर स्थिति का जायजा लेने के निर्देश दिए।
न्यायिक जांच के आदेश, आयोग करेगा विस्तृत रिपोर्ट तैयार
योगी सरकार ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है, जिसमें शामिल हैं:
- जस्टिस हर्ष कुमार – अध्यक्ष
- पूर्व डीजी वीके गुप्ता – सदस्य
- रिटायर्ड आईएएस डीके सिंह – सदस्य
यह आयोग घटना की तह तक जाकर पता लगाएगा कि भगदड़ क्यों हुई और इसके लिए कौन जिम्मेदार था।
कैसे हुई भगदड़? योगी बोले- बैरिकेडिंग तोड़ने से हालात बिगड़े
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ की वजह बताते हुए कहा, “अखाड़ा मार्ग पर अत्यधिक भीड़ जमा हो गई थी। श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने पर कुछ लोगों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी, जिससे अफरातफरी मच गई।”
भगदड़ में 90 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें से 36 को प्रयागराज के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। प्रशासन ने तत्काल बचाव कार्य शुरू किया और राहत कार्यों में एनडीआरएफ, पुलिस और मेडिकल टीमें तैनात की गईं।
मौनी अमावस्या स्नान पर उमड़ी थी 8 करोड़ की भीड़
- मौनी अमावस्या पर स्नान का मुहूर्त सुबह 4 बजे से शुरू हुआ था।
- प्रशासन के अनुरोध पर अखाड़ों ने अमृत स्नान स्थगित किया था।
- मिर्जापुर, भदोही, जौनपुर जिलों में होर्डिंग लगाकर श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित किया गया।
- सभी अखाड़ों के स्नान के बाद आम श्रद्धालुओं को स्नान के लिए छोड़ा गया।
रेलवे-बस सेवा से श्रद्धालुओं की सुरक्षित वापसी का प्रयास
प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं की सुरक्षित वापसी के लिए विशेष इंतजाम किए थे:
- 300 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाई गईं।
- 8,000 से अधिक बसें श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए लगाई गईं।
- रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया।
सभी संत-महंतों का सहयोग, अखाड़ों ने दिखाया धैर्य
सीएम योगी ने संत समाज और अखाड़ों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा, “सभी शंकराचार्य, महामंडलेश्वर और अखाड़ों ने प्रशासन को पूरा सहयोग दिया है। हम मिलकर स्थिति को सामान्य कर रहे हैं।”
सरकार की अपील – अफवाहों से बचें, प्रशासन का सहयोग करें
राज्य सरकार ने श्रद्धालुओं और आम जनता से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। सरकार ने कहा है कि स्थिति नियंत्रण में है और सभी घायलों को उचित चिकित्सा सुविधा दी जा रही है।
महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना से पूरे देश में शोक की लहर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल राहत और जांच के आदेश दिए हैं। सरकार अब इस बात का पता लगाएगी कि इतनी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद यह हादसा कैसे हुआ। सभी की निगाहें न्यायिक जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो इस घटना के लिए जिम्मेदार कारणों को स्पष्ट करेगी।