✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
जयपुर/सोजत, 29 जनवरी। राजस्थान सरकार ने हनुमानगढ़ जिले के 9 गांवों को अभावग्रस्त घोषित किया है। खरीफ फसल 2024 में ओलावृष्टि से 33% से अधिक फसल नुकसान होने के कारण प्रभावित किसानों को कृषि-आदान अनुदान देने का निर्णय लिया गया है।
आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग के संयुक्त शासन सचिव श्री भगवंत सिंह ने बताया कि यह घोषणा राजस्थान एफेक्टेड एरियाज (सस्पेंशन ऑफ प्रोसीडिंग्स) एक्ट 1952 के तहत की गई है। जिला कलेक्टर हनुमानगढ़ द्वारा प्रस्तुत गिरदावरी रिपोर्ट के आधार पर, राज्य सरकार ने संगरिया तहसील के 9 गांवों को अभावग्रस्त क्षेत्र घोषित किया है।
इन 9 गांवों को मिला अभावग्रस्त क्षेत्र का दर्जा
राज्य सरकार ने जिन गांवों को अभावग्रस्त घोषित किया है, वे संगरिया तहसील के अंतर्गत आते हैं। इन गांवों में किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
किसानों को मिलेगा कृषि-आदान अनुदान
राज्य सरकार द्वारा अभावग्रस्त घोषित गांवों के किसानों को विशेष सहायता योजना के तहत अनुदान दिया जाएगा। इसमें बीज, खाद, कृषि उपकरणों की लागत में छूट और राहत राशि शामिल होगी।
क्या होगा किसानों को लाभ?
- कृषि आदान अनुदान – ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता।
- ऋण पुनर्गठन – कर्जग्रस्त किसानों को राहत देने की योजना।
- फसल बीमा योजना से मुआवजा – सरकार फसल बीमा योजना के तहत प्रभावित किसानों को मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया तेज करेगी।
सरकार की ओर से जल्द कार्रवाई
राज्य सरकार ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि कृषि-आदान अनुदान वितरण की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा किया जाए। किसान जल्द से जल्द राहत राशि प्राप्त कर सकें, इसके लिए कलेक्टर कार्यालय से मॉनिटरिंग होगी।
किसानों के लिए राहत की खबर
हनुमानगढ़ के किसानों के लिए यह फैसला राहत भरा है। ओलावृष्टि से भारी नुकसान झेल रहे किसानों को अब सरकार की ओर से सहायता मिलेगी, जिससे वे दोबारा खेती करने के लिए तैयार हो सकेंगे।
राजस्थान सरकार द्वारा हनुमानगढ़ के 9 गांवों को अभावग्रस्त घोषित करने से वहां के किसानों को राहत मिलेगी। कृषि-आदान अनुदान योजना के तहत किसानों को आर्थिक सहायता दी जाएगी ताकि वे अपनी आगामी फसलों के लिए तैयार हो सकें।