वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा के साथ अकरम खान कि रिपोर्ट
पाली के डाकघरों से गरीबों के लाखों रुपए के घोटाले मामले में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने शिकंजा कसा है। CBI टीम ने पाली में सुबह 7 बजे से सर्च ऑपरेशन शुरू किया, जो रात 9 बजे तक जारी रहा। डाकघर के रिटायर्ड उप डाकपाल (सब पोस्ट मास्टर) के बंगले से बरामद ज्वेलरी का वजन करने के लिए बाकायदा शहर से एक ज्वेलर को भी बुलाया गया था।
डाकघरों में अपनी बचत के रुपए जमा करवाने वाले कई गरीब ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी हुई है। उनके खातों से लाखों रुपए गबन किए गए हैं। डाकघरों से उनके रिकॉर्ड तक गायब कर दिए गए हैं। अवधि पूरी होने के बाद ये गरीब जब डाकघर पहुंचे तो हक्के-बक्के रह गए थे। रकम तो दूर उनके अकाउंट की डिटेल तक नहीं मिली।
उधर, डाकघर अधीक्षक आरसी मीणा ने बताया- जोधपुर सीबीआई में 5 फरवरी को शिकायत दर्ज करवाई गई थी। शनिवार को दो कारों में पांच से ज्यादा अधिकारी पाली पहुंचे। भगवती प्रसाद (रिटायर्ड सब पोस्ट मास्टर) के पाली स्थित ट्रांसपोर्टनगर इलाके के नया गांव रोड पर सूर्या कॉलोनी स्थित घर पहुंचे।
आलीशान दो मंजिला मकान के बाहर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। न ही अंदर से किसी को बाहर और बाहर से किसी को अंदर जाने की इजाजत नहीं है।
टीम ने रिटायर्ड कर्मचारी के पूरे मकान में सर्च किया। साथ ही वाहनों और संपत्ति की जानकारी भी जुटाई गई। इसके साथ ही मकान की छत पर भी टीम पहुंची। टीम ने शहर से एक ज्वेलर को बुलाया है। मौके से बरामद होने वाली ज्वेलरी का वजन ज्वेलर से कराया गया। करीब 14 घंटे के सर्च ऑपरेशन के बाद रात करीब 9 बजे टीम रवाना हो गई। इस दौरान टीम के सदस्यों ने जांच से जुड़ी कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया।
13 लोगों ने दी थी लिखित में शिकायत पाली के उप डाकघर में नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी) योजना में में घोटाला हुआ है। पाली के औद्योगिक नगर थाना क्षेत्र स्थित उप डाकघर में 13 लोगों ने इसको लेकर लिखित में 60 लाख की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी।
उन्होंने बताया था कि डाकघर में नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) योजना में रुपए जमा करवाए थे। अवधि पूरी होने के बाद भी उन्हें रुपए ब्याज सहित नहीं मिले। ज्यादातर के अकाउंट डाकघर में रिकॉर्ड में नहीं हैं। ऐसे में डाकघर अधीक्षक ने विभागीय जांच के बाद सीबीआई में रिपोर्ट दी ताकि मामले की जांच हो सके। पीड़ितों ने जिला कलेक्टर लक्ष्मीनारायण जी से भी मुलाकात कर पीड़ा बताई थी।