✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
पाली डाकघर घोटाले में सीबीआई की बड़ी कार्रवाई, रिटायर्ड सब पोस्ट मास्टर के घर छापा
पाली में डाकघरों में हुए लाखों रुपए के घोटाले के मामले में सीबीआई ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए रिटायर्ड सब पोस्ट मास्टर भगवती प्रसाद के घर पर छापा मारा। यह कार्रवाई सुबह 7 बजे शुरू हुई और देर रात 9 बजे तक चली। टीम ने उनके आलीशान बंगले से भारी मात्रा में ज्वैलरी बरामद की, जिसके वजन की पुष्टि के लिए एक ज्वैलर को मौके पर बुलाना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार, भगवती प्रसाद पर गरीब खाताधारकों के साथ धोखाधड़ी करने और उनके खातों से लाखों रुपए गबन करने का आरोप है। मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित खाताधारक अपनी जमा राशि निकालने पहुंचे, लेकिन उन्हें अपने खातों की डिटेल तक नहीं मिली।
डाकघर अधीक्षक की शिकायत पर सीबीआई ने कसा शिकंजा
पाली डाकघर में हुए इस बड़े घोटाले की शिकायत 5 फरवरी को जोधपुर सीबीआई कार्यालय में दर्ज करवाई गई थी। डाकघर अधीक्षक आरसी मीणा ने बताया कि पाली के औद्योगिक नगर थाना क्षेत्र स्थित उप डाकघर में 13 लोगों ने लिखित में 60 लाख रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत दी थी। विभागीय जांच के बाद सीबीआई को इसकी रिपोर्ट भेजी गई थी, जिसके बाद कार्रवाई शुरू की गई।
14 घंटे तक चला तलाशी अभियान, ज्वैलरी और दस्तावेज जब्त
शनिवार को दो गाड़ियों में सीबीआई के पांच से अधिक अधिकारी जयपुर के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित सूर्या कॉलोनी में पहुंचे, जहां भगवती प्रसाद का दो मंजिला आलीशान बंगला स्थित है। टीम ने घर को चारों ओर से घेर लिया और पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया। तलाशी अभियान के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, संपत्ति के कागजात और भारी मात्रा में सोने-चांदी के आभूषण बरामद किए गए। बरामद ज्वैलरी का वजन करने के लिए एक स्थानीय ज्वैलर को बुलाया गया, ताकि इसकी सटीक मात्रा का पता लगाया जा सके।
टीम ने तलाशी अभियान के दौरान वाहनों और अन्य संपत्तियों की जानकारी भी जुटाई। हालांकि, 14 घंटे की तलाशी के बाद भी सीबीआई अधिकारियों ने किसी भी आधिकारिक बयान देने से इनकार कर दिया।
पाली डाकघर घोटाले में बड़ी साजिश का खुलासा
पाली जिले के विभिन्न डाकघरों में गरीब और मध्यमवर्गीय निवेशकों से धोखाधड़ी का यह मामला काफी संगीन है। यह घोटाला नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) योजना के तहत किया गया था। जब पीड़ितों को उनकी जमा राशि नहीं मिली, तब उन्होंने जिला कलेक्टर लक्ष्मीनारायण से मिलकर न्याय की मांग की।
केंद्रीय मंत्री को भी भेजा गया था पत्र
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के निमित लश्करी ने इस घोटाले की निष्पक्ष जांच के लिए केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखा था। उन्होंने ई-मेल के माध्यम से भी सरकार का ध्यान इस मामले की ओर खींचा था। लश्करी के अनुसार, पाली के औद्योगिक नगर स्थित उप डाकघर में निवेशकों के साथ बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी की गई थी, जिसकी निष्पक्ष जांच जरूरी है।
सीबीआई की आगे की कार्रवाई पर टिकी नजरें
सीबीआई की इस कार्रवाई के बाद अब आगे की जांच में क्या खुलासे होते हैं, यह देखने लायक होगा। क्या भगवती प्रसाद के अलावा अन्य अधिकारियों की संलिप्तता भी सामने आएगी? क्या अन्य शहरों में भी इसी तरह के घोटाले उजागर होंगे? इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों में जांच के बाद ही मिल पाएंगे। फिलहाल, पाली जिले के निवेशक इस कार्रवाई को लेकर आशान्वित हैं कि उन्हें न्याय मिलेगा और उनके गाढ़ी कमाई के पैसे वापस मिलेंगे।