✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा

जयपुर: राजस्थान सरकार ने राज्य में हुक्का बार पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। मुख्य सचिव सुधांश पंत ने स्पष्ट किया कि राज्य में किसी भी रूप में हुक्का बार का संचालन अवैध होगा। यदि कोई भी प्रतिष्ठान गुपचुप तरीके से हुक्का बार चला रहा है, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
मुख्य सचिव ने यह निर्णय नार्को कॉर्डिनेशन सेंटर तंत्र (NCORD) की राज्य स्तरीय कमेटी की बैठक के दौरान लिया। बैठक में अवैध रूप से संचालित हुक्का बार और ड्रग माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया।
हुक्का बार पर प्रतिबंध क्यों?
राज्य सरकार ने यह कदम युवाओं को नशे की लत से बचाने और समाज में स्वस्थ वातावरण बनाए रखने के लिए उठाया है। कई रिपोर्टों में यह सामने आया है कि हुक्का बार की आड़ में ड्रग्स का कारोबार फलफूल रहा था। ऐसे प्रतिष्ठानों पर न केवल युवाओं को नशे की ओर धकेला जा रहा था, बल्कि यह अपराध बढ़ाने का भी एक बड़ा कारण बन रहे थे।
अवैध संचालन पर होगी सख्त कार्रवाई
मुख्य सचिव सुधांश पंत ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि राज्य में अगर कोई भी हुक्का बार संचालित होता पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, यदि कोई होटल, रेस्टोरेंट या क्लब इस प्रतिबंध के बावजूद हुक्का परोसता है, तो उसकी लाइसेंस रद्द करने तक की कार्रवाई की जा सकती है।
ड्रग माफियाओं पर भी कसेगा शिकंजा
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि ड्रग माफियाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। पुलिस और प्रशासन को संयुक्त अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है, जिससे राज्य में ड्रग्स के कारोबार पर रोक लगाई जा सके।
पिछले दिनों कई हुक्का बार पर हुई थी छापेमारी
राजस्थान के विभिन्न शहरों में पुलिस और प्रशासन की टीमों ने हुक्का बार पर छापेमारी कर कई प्रतिष्ठानों को सील किया था। कई जगहों पर गैरकानूनी तरीके से हुक्का परोसा जा रहा था, जिसे लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थीं।
नियम तोड़ने वालों पर क्या कार्रवाई होगी?
- हुक्का बार संचालित करने पर भारी जुर्माना
- रेस्टोरेंट और क्लब का लाइसेंस रद्द किया जा सकता है
- नशे के कारोबार में लिप्त पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई
- ड्रग्स बेचने या सेवन करने वालों पर विशेष अभियान
युवाओं को नशे से बचाने की पहल
सरकार इस फैसले के जरिए राज्य में स्वस्थ माहौल बनाने और युवाओं को नशे की लत से दूर रखने की कोशिश कर रही है। प्रशासन ने आम जनता से भी सहयोग की अपील की है कि वे अगर कहीं भी हुक्का बार अवैध रूप से संचालित होता देखें, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
क्या कहते हैं जानकार?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि हुक्का के सेवन से फेफड़ों पर बुरा प्रभाव पड़ता है और यह युवाओं को धीरे-धीरे नशे की ओर धकेलता है। ऐसे में सरकार का यह कदम स्वास्थ्य और कानून-व्यवस्था के लिए एक अहम फैसला साबित होगा।
राज्य सरकार का सख्त संदेश
राज्य सरकार ने साफ कर दिया है कि राजस्थान में किसी भी हाल में हुक्का बार नहीं चलने दिए जाएंगे। यदि कोई भी नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। प्रशासन ने सभी जिला अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को इस आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।