
✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में बढ़ते मोटापे को एक गंभीर स्वास्थ्य संकट मानते हुए इसके खिलाफ बड़ा अभियान शुरू करने की घोषणा की है। सरकार ने ‘मिशन हेल्दी इंडिया’ नाम से एक राष्ट्रव्यापी योजना शुरू की है, जिसका उद्देश्य लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना और मोटापे से जुड़ी बीमारियों को रोकना है। यह अभियान खासतौर पर शहरी इलाकों, युवाओं और बच्चों पर केंद्रित होगा, जहां जंक फूड और गतिहीन जीवनशैली मोटापे को बढ़ावा दे रही है।
देश में बढ़ता मोटापा: एक गंभीर चिंता
भारत में मोटापा तेजी से बढ़ रहा है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS) की रिपोर्ट के अनुसार, 2015-16 में जहां 19% लोग मोटापे के शिकार थे, वहीं 2019-21 में यह आंकड़ा 23% तक पहुंच गया। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर इसे नियंत्रित नहीं किया गया तो आने वाले वर्षों में यह और भयावह रूप ले सकता है। मोटापा हृदय रोग, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का मुख्य कारण बन रहा है।

मिशन हेल्दी इंडिया: क्या है योजना?
पीएम मोदी द्वारा घोषित ‘मिशन हेल्दी इंडिया’ के तहत सरकार ने कई ठोस कदम उठाने का फैसला किया है—
- स्कूलों में हेल्दी डाइट कैंपेन – सरकारी और निजी स्कूलों में फास्ट फूड और कोल्ड ड्रिंक्स पर पाबंदी लगाई जाएगी। बच्चों को पौष्टिक भोजन और योग की आदत डालने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
- जनता को जागरूक करने के लिए फिटनेस अभियान – सरकार #FitIndiaMovement को और मजबूत करेगी, जिसमें योग, वॉकिंग, साइक्लिंग और हेल्दी डाइट अपनाने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा।
- जंक फूड पर टैक्स बढ़ाने की योजना – सरकार कोला ड्रिंक्स, पैकेज्ड फूड और डीप फ्राईड फास्ट फूड पर अतिरिक्त टैक्स लगाने पर विचार कर रही है, ताकि लोग हेल्दी फूड की ओर बढ़ें।
- मोटापे से जुड़ी बीमारियों की मुफ्त जांच – सरकारी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मुफ्त BMI चेकअप, ब्लड शुगर टेस्ट और डायबिटीज की जांच की सुविधा दी जाएगी।
- खेल-कूद और व्यायाम को बढ़ावा – स्कूलों और ऑफिसों में साप्ताहिक फिटनेस सेशन अनिवार्य करने का प्रस्ताव है, ताकि लोग शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा दें।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अभियान की घोषणा करते हुए कहा—
“एक स्वस्थ भारत ही एक सशक्त भारत बना सकता है। मोटापा सिर्फ एक शारीरिक समस्या नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के स्वास्थ्य पर एक गंभीर खतरा है। यह समय है कि हम अपनी जीवनशैली में बदलाव लाएं और एक स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण में योगदान दें।”
जनता और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
पीएम मोदी की इस पहल का जनता और विशेषज्ञों ने स्वागत किया है। प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. नरेश त्रेहन का कहना है—
“मोटापा भारत में एक साइलेंट किलर बनता जा रहा है। सरकार का यह कदम लोगों को हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने के लिए प्रेरित करेगा। खासतौर पर बच्चों को कम उम्र से ही सही आदतें सिखाना बहुत जरूरी है।”
वहीं, आम जनता ने भी इस पहल को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। सॉफ्टवेयर इंजीनियर रोहित गुप्ता कहते हैं—
“वर्क फ्रॉम होम के कारण हमारा शारीरिक गतिविधियों से नाता टूट गया है। अगर ऑफिसों में फिटनेस सेशन को अनिवार्य किया जाता है, तो यह हमारे लिए फायदेमंद होगा।”
पीएम मोदी का यह अभियान भारत में मोटापे से लड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। अगर सरकार अपनी नीतियों को सख्ती से लागू करती है और जनता इसमें सहयोग देती है, तो भारत में फिटनेस और हेल्दी लाइफस्टाइल को बढ़ावा मिलेगा। अब देखना यह होगा कि सरकार इस योजना को कैसे लागू करती है और इसका असर कितना व्यापक होता है।