अकरम खान कि रिपोर्ट।
राजस्थान का अजमेर ज़िला ऐतिहासिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन हाल के वर्षों में यहां एक अनोखी जगह उभरकर आई है, जिसे लोग “राजस्थान का स्विट्ज़रलैंड” कहने लगे हैं। हम बात कर रहे हैं किशनगढ़ डंपिंग यार्ड की, जो अपने बर्फ जैसे सफेद परिदृश्य के कारण अब पर्यटकों के बीच लोकप्रिय हो चुका है।
क्या है किशनगढ़ डंपिंग यार्ड की खासियत?
यह स्थान किसी प्राकृतिक बर्फीले इलाके जैसा दिखता है, लेकिन असल में यह संगमरमर काटने से निकले पाउडर की परतों से बना है। 332 बीघा भूमि में फैले इस क्षेत्र में सफेद रेत जैसी संगमरमर की धूल बिछी रहती है, जो इसे एक आकर्षक सफेद पठार का रूप देती है। मानसून के दौरान यहां झील का निर्माण हो जाता है, जिससे यह आइसलैंड जैसा दिखने लगता है।
पर्यटकों और फिल्म निर्माताओं की पसंदीदा जगह
किशनगढ़ डंपिंग यार्ड अब सिर्फ स्थानीय लोगों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पर्यटकों और फोटोग्राफरों के लिए एक हॉटस्पॉट बन चुका है। यहां कई बॉलीवुड फिल्मों और म्यूजिक एल्बम की शूटिंग हो चुकी है।
फिल्म ‘थार’ (अनिल कपूर, हर्षवर्धन कपूर)
कपिल शर्मा की ‘किस किस को प्यार करूं’
सपना चौधरी और प्रभु देवा के म्यूजिक एल्बम
इसके अलावा, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और वीडियोग्राफर्स भी यहां शूटिंग के लिए आते हैं।
कैसे पहुंचे किशनगढ़ डंपिंग यार्ड?
यह स्थान जयपुर से लगभग 90 किमी और अजमेर से 18 मील उत्तर-पश्चिम में स्थित है। यहां पहुंचने के लिए जयपुर या अजमेर से कैब या निजी वाहन आसानी से लिया जा सकता है।
सावधानी और पर्यावरणीय चुनौतियां
हालांकि यह जगह अपनी सुंदरता के कारण आकर्षित करती है, लेकिन संगमरमर के पाउडर से पर्यावरण और स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है। प्रशासन द्वारा यहां सुरक्षा उपायों को लेकर भी ध्यान दिया जा रहा है।
किशनगढ़ डंपिंग यार्ड अब सिर्फ एक औद्योगिक क्षेत्र नहीं रह गया है, बल्कि यह अपनी अनोखी सुंदरता के कारण राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल हो रहा है। अगर आप भी एक अनोखी फोटोशूट लोकेशन या शांति भरा सफेद परिदृश्य देखना चाहते हैं, तो यह जगह आपके लिए परफेक्ट हो सकती है!
