वरिष्ठ पत्रकार चेतनजी व्यास के साथ अकरम खान कि रिपोर्ट।
सोजत सिटी। नगर के प्राचीन ऐतिहासिक राज राजेश्वरी मंदिर के जीर्णोद्धार को लेकर भक्तों और प्रवासियों का भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। हर कोई अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार सहयोग देकर पुण्य लाभ अर्जित करना चाहता है। राज राजेश्वरी भक्त मंडल के नेतृत्व में जीर्णोद्धार कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है, जिसमें अब तक मंदिर में प्लास्टर आदि का कार्य पूर्ण हो चुका है।

अब मंदिर के प्रवेश द्वार को भव्य बनाने की योजना पर काम शुरू किया जा रहा है, जिसे लेकर जनसहयोग की होड़ मची हुई है। भक्त मंडल के सक्रिय सदस्य जगदीश पाराशर, हरिनारायण पाराशर, नंद किशोर पाराशर, गोरधन लाल गहलोत, सोहनलाल सोराल, नरपतसिंह चौहान, अनिल ओझा, अशोक शर्मा, मनीष व्यास, लोकेश श्रीवास्तव, ईश्वर दास पुरुषवाणी, बालचंद्र सोनी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु जीर्णोद्धार कार्य में जुटे हुए हैं।

मंदिर का ऐतिहासिक महत्व
राज राजेश्वरी देवी का प्रभाव राज परिवारों से लेकर आमजन तक हमेशा रहा है। शक्ति और भक्ति की प्रतीक माता के इस दरबार में नवरात्रि के दौरान विशेष शक्ति साधना होती है, जहां भक्तजन बड़ी श्रद्धा से पूजन-अर्चन करते हैं। मंदिर में माताजी की प्रतिमा के साथ शिव परिवार एवं सिंह की मूर्तियां भी प्रतिष्ठित हैं।
हर शाम यहां होने वाली विशाल आरती में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ती है, जिससे मंदिर परिसर भक्तिमय वातावरण में डूब जाता है। जीर्णोद्धार कार्य पूरा होने के बाद यह मंदिर और अधिक भव्य स्वरूप में नजर आएगा।

मंदिर जीर्णोद्धार में अधिक से अधिक सहयोग करने के लिए भक्त मंडल ने सभी श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील की है। मंदिर के भव्य स्वरूप के लिए हर योगदान अमूल्य होगा।