जयपुर, 7 अप्रैल — राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के अंतर्गत संचालित “राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम” (RBSK) में लंबे समय से यूनानी मेडिकल ऑफिसर्स की भर्ती नहीं होने पर यूनानी समुदाय में गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है। इसी को लेकर यूनानी चिकित्सा से जुड़े डॉक्टरों ने भर्ती प्रक्रिया को फिर से शुरू कराने की मांग को लेकर NHM के प्रोजेक्ट डायरेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन देने वालों में डॉ. मोहम्मद मोइनुद्दीन और डॉ. मोहम्मद दानिश प्रमुख रूप से शामिल रहे। उन्होंने जिलेवार यूनानी मेडिकल ऑफिसर्स की भर्ती जल्द से जल्द निकालने की मांग की, ताकि प्रदेश भर के यूनानी डॉक्टरों को रोजगार के अवसर मिल सकें और स्वास्थ्य सेवाओं को और सुदृढ़ किया जा सके।
इसके साथ ही उन्होंने एक और महत्वपूर्ण मांग उठाई कि राजस्थान में भी अन्य राज्यों — जैसे जम्मू-कश्मीर और महाराष्ट्र — की तर्ज पर यूनानी डॉक्टरों को कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (CHO) की भर्ती प्रक्रिया में सम्मिलित किया जाए। वर्तमान में राजस्थान में CHO पदों के लिए केवल एलोपैथिक और आयुर्वेदिक पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों को ही पात्र माना जाता है, जो यूनानी चिकित्सा पद्धति के साथ भेदभाव के रूप में देखा जा रहा है।
डॉ. मोइनुद्दीन ने कहा, “यूनानी डॉक्टरों को भी आधुनिक चिकित्सा प्रणाली की बुनियादी जानकारी होती है और वे ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं में अहम योगदान दे सकते हैं।”
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि केंद्र सरकार द्वारा यूनानी चिकित्सा को आयुष मंत्रालय के अंतर्गत मान्यता प्राप्त है, ऐसे में राजस्थान सरकार को भी समावेशी दृष्टिकोण अपनाते हुए सभी योग्य आयुष डॉक्टरों को समान अवसर देना चाहिए।
NHM प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने ज्ञापन पर सकारात्मक विचार का आश्वासन देते हुए कहा कि वे इस मांग को संबंधित विभागों के समक्ष प्रस्तुत करेंगे और उचित कदम उठाने की दिशा में कार्य किया जाएगा।