✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा


सोजत नगर, — हनुमान जन्मोत्सव के पावन अवसर पर सोजत नगर में इस वर्ष भी भव्य शोभायात्रा का आयोजन बड़े ही श्रद्धा एवं हर्षोल्लास के साथ किया गया। शोभायात्रा की शुरुआत प्राचीन बालाजी मंदिर, जैतारणिया दरवाजा से हुई, जहां रामभक्त हनुमान जी की विधिवत पूजा-अर्चना कर धार्मिक कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
शोभायात्रा में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं, दुर्गा वाहिनी की वीरांगनाओं और पारंपरिक अखाड़ों के युवाओं ने शौर्य प्रदर्शन किया। उनके करतबों और ऊर्जा से पूरा वातावरण राष्ट्रभक्ति और भक्ति भाव से ओतप्रोत हो उठा। नगर के विभिन्न मार्गों से गुजरती इस शोभायात्रा का जगह-जगह समाजसेवी संस्थाओं और नगरवासियों ने फूल बरसाकर भव्य स्वागत किया।
सुजान नगर के मुख्य बाजार में शोभायात्रा का विशेष स्वागत किया गया, जहां श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर और फूलमालाएं पहनाकर भक्तों का अभिनंदन किया। ढोल-नगाड़ों की गूंज, जय श्री राम और बजरंग बली के जयकारों से नगर का माहौल भक्तिमय बन गया।
इस शोभायात्रा में नगर के गणमान्य नागरिकों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। जिला अध्यक्ष उम्मेदसिंह दोरनडी, संरक्षक आनंदीलाल भाटी, मार्गदर्शक सुरेंद्र वैष्णव, कन्हैयालाल ओझा, ओम जी गुरु महेंद्र, सुरेश सुराणा, चंद्रशेखर श्रीमाली, चेतन व्यास, पारसमल, प्रकाश सोनी, करण सिंह, जवरीलाल बौराणा, हीरालाल कांठेर, राजकुमार चौधरी, मांगीलाल चौहान सहित अनेक प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
समाजसेवी संस्थाओं ने इस आयोजन को सफल बनाने में विशेष भूमिका निभाई। इस धार्मिक शोभायात्रा के माध्यम से नगरवासियों में सामूहिक एकता, आस्था और सांस्कृतिक परंपराओं के प्रति नई ऊर्जा का संचार हुआ।
नगर में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
शोभायात्रा के दौरान नगर प्रशासन और पुलिस विभाग ने सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए थे। जगह-जगह पुलिस बल तैनात रहा और यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित किया गया जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा ना हो।
समापन पर हुआ महाआरती और प्रसाद वितरण
शोभायात्रा के समापन पर बालाजी मंदिर में सामूहिक महाआरती का आयोजन किया गया और श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया। संपूर्ण आयोजन शांति, भक्ति और उल्लासपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ।
यह आयोजन सोजत नगर की धार्मिक एकता और सामाजिक समरसता का प्रतीक बनकर उभरा, जिसने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि श्रद्धा जब उत्साह से मिलती है, तो नगर खुद भक्ति में झूम उठता है।