✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
मुर्शिदाबाद (पश्चिम बंगाल), 13 अप्रैल 2025 —
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संपत्तियों से जुड़े बिल को लेकर शुक्रवार शाम को भयंकर हिंसा भड़क उठी। मुस्लिम समुदाय के कुछ गुटों द्वारा सरकार के प्रस्तावित वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हालात बेकाबू हो गए और देखते ही देखते हिंसक झड़पें शुरू हो गईं। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में कई लोग घायल हो गए, जबकि दर्जनों दुकानों और वाहनों को नुकसान पहुंचा है। इस मामले में अब तक 110 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है।
क्या है वक्फ बिल विवाद?
सरकार द्वारा प्रस्तावित नए वक्फ संशोधन बिल में वक्फ संपत्तियों के पुनः सर्वेक्षण, उनके उपयोग की पारदर्शिता और विवादों की शीघ्र सुनवाई के प्रावधान हैं। हालांकि, कुछ धार्मिक संगठनों और स्थानीय नेताओं का आरोप है कि यह बिल मुसलमानों की धार्मिक संपत्तियों पर सरकारी नियंत्रण की कोशिश है। इसी विरोध के चलते मुर्शिदाबाद में शुक्रवार को विशाल रैली बुलाई गई थी, जो बाद में हिंसक रूप ले बैठी।
कैसे भड़की हिंसा?
प्रशासन के अनुसार, रैली के दौरान कुछ उग्र तत्वों ने सरकारी इमारतों और पुलिस वाहनों पर पथराव शुरू कर दिया। जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और हल्का बल प्रयोग किया। हिंसा इतनी तीव्र थी कि कई घंटों तक इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। स्थानीय दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं और लोग घरों में कैद होकर रह गए।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
मुर्शिदाबाद पुलिस अधीक्षक के अनुसार, 110 से अधिक लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें कुछ प्रमुख भड़काऊ नेता भी शामिल हैं। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है और प्रभावित इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है। सोशल मीडिया पर अफवाहें न फैलें, इसके लिए इंटरनेट सेवा को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस घटना को लेकर राज्य की राजनीति में भी हलचल मच गई है। विपक्षी दलों ने ममता बनर्जी सरकार पर आरोप लगाया है कि वह धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है और समुदायों में दरार पैदा कर रही है। वहीं, सत्तारूढ़ पार्टी का कहना है कि यह कानून वक्फ संपत्तियों में पारदर्शिता लाने के लिए जरूरी है और हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आम जनता में डर का माहौल
स्थानीय नागरिकों में भय और असुरक्षा की भावना व्याप्त है। कई इलाकों में लोग घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। बाजार पूरी तरह बंद हैं और स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। प्रशासन लगातार शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है।
मुर्शिदाबाद में वक्फ बिल को लेकर भड़की हिंसा यह स्पष्ट करती है कि धार्मिक और सामाजिक मुद्दों को लेकर लोगों की भावनाएं कितनी गहरी हैं। हालांकि, सरकार को चाहिए कि वह संवाद और समझाइश के ज़रिए ऐसी संवेदनशील परिस्थितियों को संभाले, ताकि समाज में सौहार्द बना रहे।