
✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
बाड़मेर। बाड़मेर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने अपने प्रेमी और अन्य साथियों के साथ मिलकर एक टेक्सटाइल व्यापारी को हनी ट्रैप में फंसाकर न सिर्फ उसका अश्लील वीडियो बनाया, बल्कि 15 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी। पैसे नहीं मिलने पर व्यापारी से चार खाली चेक लेकर उसे छोड़ा गया। पुलिस ने महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी फरार है।
घटना की शुरुआत: सोशल कनेक्शन से हुई पहचान
जालोर निवासी टेक्सटाइल व्यापारी की मुलाकात कुछ महीने पहले महावीर नगर, बाड़मेर में रहने वाली विमला नामक महिला से हुई थी। विमला मूल रूप से निंबज रेवदर (सिरोही) की रहने वाली है और बाड़मेर में ब्यूटी पार्लर संचालित करती है। धीरे-धीरे दोनों के बीच संपर्क बढ़ा और यहीं से व्यापारी को जाल में फंसाने की साजिश शुरू हुई।
ऐसे फंसाया हनी ट्रैप में
7 अप्रैल की रात विमला ने व्यापारी को अपने घर बुलाया। व्यापारी जैसे ही उसके घर पहुंचा, पहले से मौजूद विमला का प्रेमी रतन कुमार और अन्य साथी बाबूराम व अर्जुन सिंह ने उसे बंधक बना लिया। आरोपी उसे कमरे में बंद कर अश्लील वीडियो बनाने लगे और मारपीट भी की। इसके बाद व्यापारी को ब्लैकमेल करते हुए 60 लाख रुपये की मांग की गई।
18 घंटे तक बंधक, फिर 4 चेक लेकर छोड़ा
व्यापारी ने जब कैश देने से इनकार किया, तो आरोपियों ने उसे 18 घंटे तक बंधक बनाए रखा। आखिरकार 15 लाख में सौदा तय हुआ, लेकिन कैश नहीं मिलने पर आरोपियों ने चार खाली चेकों पर व्यापारी से जबरन साइन कराए और 8 अप्रैल की शाम को गुड़ामालानी इलाके में छोड़कर फरार हो गए।
पुलिस की तत्परता से बड़ा खुलासा
गुड़ामालानी थानाधिकारी देवी चंद ढाका के अनुसार, घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विमला (32), रतन कुमार (35) और बाबूराम (28) को गिरफ्तार कर लिया है। चौथा आरोपी अर्जुन सिंह फरार है, जिसकी तलाश जारी है। पूछताछ में सामने आया कि घटना की साजिश होली से पहले ही रची जा चुकी थी।
महिला का आपराधिक बैकग्राउंड और संबंध
पुलिस के अनुसार, विमला और उसके पति के बीच पिछले कई सालों से अनबन चल रही है और वह उनसे अलग रह रही है। रतन कुमार के साथ उसका 7 साल पुराना संबंध है। वहीं अर्जुन सिंह पूर्व में भी ऐसे मामलों में शामिल रहा है और उसका क्रिमिनल रिकॉर्ड है।
फिरौती की रकम में बदलाव, पुलिस के डर से बदला प्लान
पहले आरोपियों ने 60 लाख की फिरौती की योजना बनाई थी, लेकिन पुलिस की भनक लगने के बाद उन्होंने प्लान बदलते हुए 15 लाख में समझौता किया। हालांकि, कैश नहीं मिलने के चलते वे सिर्फ चेक लेकर ही संतुष्ट हुए।
पुलिस की अपील
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऐसे मामलों में सतर्क रहें और अनजान लोगों से व्यक्तिगत संबंध बनाते समय सावधानी बरतें। साथ ही ऐसे किसी भी घटना की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।
यह मामला न सिर्फ हनी ट्रैप के बढ़ते मामलों की गंभीरता को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे लालच और साजिशें किसी की जिंदगी को बर्बाद कर सकती हैं।